विनोद पातरिया, BETUL. जिले के घोड़ाडोंगरी विधानसभा क्षेत्र के जामुनढाना गांव में ग्रामीणों ने विकास यात्रा को रोक दिया। ग्रामीण यात्रा के सामने धरने पर बैठ गए। ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई। गांव की नदी पर पुल नहीं बनने से ग्रामीण नाराज हैं। हकीकत यह है कि आज भी ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। पुल नहीं होने पर बारिश में मरीजों को खटिया पर लिटाकर अस्पताल ले जाना पड़ता है। आजादी के बाद आज तक जामुनढाना गांव में समस्याएं जस की तस हैं। गांव बारिश में टापू बन जाता है। बारिश के मौसम में यदि कोई बीमार हो जाए तो उसे अस्पताल पहुंचाने में बहुत दिक्कत होती है। पुल निर्माण कार्य स्वीकृत हो गया है, लेकिन निर्माण अभी तक शुरू नहीं हुआ है।
25 मार्च से पुल निर्माण का कार्य शुरू करने का दिया आश्वासन
सूरज कवड़े ने बताया की जामुनढाना में विकास यात्रा को रोककर धरना दिया गया। ग्रामीणों का कहना है कि जामुनढाना में विकास पूरी तरह से रूका हुआ है। वोट मांगने के लिए सब आते हैं, लेकिन चुनाव हो जाने के बाद गांव की कोई सुध नहीं लेता है। ग्रामीणों पुल के निर्माण का सवाल जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से पूछा। इस दौरान जनपद सीईओ फिरदोस शाह ने आश्वासन दिया है कि पुल निर्माण कार्य 25 मार्च के बाद प्रारंभ करा दिया जाएगा।
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कलेक्टर ने खनिज मद से पुल बनाने के दिए थे निर्देश
बारिश के दौरान एक गर्भवती महिला को खटिया पर लोगों द्वारा नदी पार कराने का वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद ही कलेक्टर ने जामुनढाना की नदी पर पुल निर्माण की घोषणा की थी और खनिज मद से इस पुल को बनाया जाएगा, ऐसा कहा गया था। लेकिन अब तक पुल निर्माण का कार्य शुरू नहीं हो सका है। विकास यात्रा में जिला पंचायत उपाध्यक्ष हंसराज धुर्वे, घोड़ाडोंगरी के पूर्व विधायक मंगलसिंह धुर्वे, तहसीलदार एंथोनी इक्का, जनपद सीईओ फिरदोस शाह सहित भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे।