UJJAIN. उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में जल्द दर्शन के लिए वीआईपी कोटा सिस्टम में बदलाव कर 250 रुपए के ऑनलाइन टिकट की व्यवस्था लागू करने से महाकाल प्रबंध समिति की आय करीब 2 करोड़ रुपए बढ़ गई है। साथ ही मंदिर में जल्द दर्शन के इच्छुक श्रद्धालुओं की सहूलियत में भी इजाफा हुआ है। नई व्यवस्था से वीआईपी दर्शन कोटा के दुरुपयोग और लेन-देन की शिकायतों पर भी अंकुश लगा है।
6 करोड़ से बढ़कर 8 करोड़ रुपए हुई आय
महाकालेश्वर मंदिर में 01 फरवरी से भस्म आरती तर्ज पर शीघ्र दर्शन के लिए भी ऑनलाइन टिकट सिस्टम लागू होने से मंदिर समिति को दान-दक्षिणा के साथ ऑनलाइन टिकट की बिक्री से हर महीने होने वाली करीब 6 करोड़ रुपए की आय बढ़कर 8 करोड़ रुपए हो गई है।
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पहले प्रशासन को मिल रहीं थीं शिकायतें
उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने द सूत्र को बताया कि नई व्यवस्था लागू होने से मंदिर प्रबंध समिति और श्रद्धालुओं दोनों को लाभ हुआ है। इससे पहले मंदिर में जल्द दर्शन के लिए वीआईपी कोटा की व्यवस्था लागू थी, जिसका बड़े पैमाने पर दुरुपयोग किए जाने की शिकायतें प्रशासन को मिल रहीं थीं।
ऐसे की जा रही थी गड़बड़ी
मंदिर प्रशासक कार्यालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक वीआईपी कोटा सिस्टम के दुरुपयोग के लिए कुछ होटल संचालकों ने मंदिर समिति के कर्मचारियों और कुछ खास पुजारियों से सांठगांठ कर एक समानांतर व्यवस्था बना ली थी। इसके चलते होटल संचालक श्रद्धालुओं को अपनी होटल में ठहरने पर मंदिर में वीआईपी दर्शन कराने प्रस्ताव देते थे और इसके लिए उनसे अतिरिक्त राशि वसूल रहे हैं। इस व्यवस्था की आड़ में मिलजुलकर हर महीने करीब 35 से 40 लाख रुपए की वसूली की जा रही थी। इसे सांठगांठ में शामिल तत्व आपस में बांटकर अपनी जेब भर रहे थे।
शीघ्र दर्शन की व्यवस्था अब ऑनलाइन
महाकालेश्वर मंदिर में जो श्रद्धालु शीघ्र दर्शन करना चाहते हैं, उन्हें मंदिर प्रबंध समिति की आधिकारिक वेबसाइट (www.shreemahakaleshwar.com) पर जाकर अपनी आईडी की जानकारी के साथ एंट्री करनी होगी। इसके बाद मोबाइल पर एक लिंक मिलेगी, जिस पर प्रति व्यक्ति 250 रुपए ऑनलाइन चार्ज जमा कर टिकट बुक किया जा सकता है। ऑनलाइन टिकट बुक होते ही मोबाइल पर ई टिकट की लिंक मिलेगी। इसका स्क्रीनशॉट लेकर या फिर महाकाल परिसर में बड़े गणेश मंदिर के पास बने प्रोटोकॉल कार्यालय पर जाकर प्रिंट आउट भी लिया जा सकता है। इसे लेकर श्रद्धालुओं को गेट नंबर 13 पर जाना होगा, यहां से उन्हें एंट्री दी जाएगी। यहां से मंदिर समिति के कर्मचारी उन्हें अपने साथ लेकर सभा मंडप से होते हुए गणेश मंडप तक दर्शन कराने साथ ले जाएंगे। वे श्रद्धालुओं को दर्शन करवाकर वापस उसी रास्ते से मंदिर के बाहर छोड़ेंगे।
वीआईपी प्रोटोकॉल में इन्हें नि:शुल्क दर्शन की पात्रता
श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए वीआईपी प्रोटोकॉल के तहत अब मंत्री, सांसद, विधायक के साथ साधु, संत-महंत, महामंडलेश्वर, शंकराचार्य, पीठाधीश्वर, धर्माचार्य, प्रेस क्लब के सदस्य, अधिमान्यता प्राप्त पत्रकार (स्वयं) और सरकार की अति विशिष्ट व्यक्ति की लिस्ट में शामिल अन्य व्यक्तिों को ही निशुल्क दर्शन की पात्रता होगी। इसके अलावा शीघ्र दर्शन के इच्छुक अन्य सभी श्रद्धालुओं को 250 रुपए का टिकट खरीदने पर ही मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।