Shivpuri. शिवपुरी की फक्कड़ कॉलोनी में इन दिनों लोग जल संकट से जूझ रहे हैं। हालात ये है कि लोगों को पीने के पानी के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है। लोग घर से 2-2 किलोमीटर दूर से पानी लाने को मजबूर हैं। जल संकट से जूझ रहे लोगों ने नगर पालिका को कोसते हुए कलेक्टर का घेराव किया। लोगों का कहना है कि यशोधरा राजे सिंधिया के खास पार्षद भानु दुबे वार्डवासियों की सुनते नहीं हैं। उन्होंने भीषण गर्मी में पानी के टैंकर की भी कोई व्यवस्था नहीं की है। वार्डवासियों ने नगर पालिका चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान किया है।
एक परिवार को एक ड्रम पानी भी नसीब नहीं
फक्कड़ कॉलोनी के रहवासियों का कहना है कि वे एक-एक बूंद पानी के लिए मोहताज हैं। जल संकट से जूझ रहे लोगों ने पार्षद से लेकर नगर पालिका के आला अधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन एक परिवार को एक ड्रम पानी भी नसीब नहीं हो पा रहा है।
नगर पालिका चुनाव के बहिष्कार का ऐलान
पानी के लिए तरसते लोगों का कहना है कि अगर उनकी पानी की समस्या हल नहीं हुई तो वे नगर पालिका के चुनाव का बहिष्कार करेंगे। आने वाले नगर पालिका चुनाव में वे अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं करेंगे।
शिवपुरी में घटते भूजल स्तर से जल संकट
शिवपुरी में जल संकट के हालात इतने भयावह है कि लोग दो-दो बूंद पानी के लिए मोहताज हैं। कहने को तो नगर पालिका ने शहर में 450 से ज्यादा बोरवेल खोल रखे हैं लेकिन गर्मी के चलते भूजल स्तर घट जाने से लोगों को पानी नसीब नहीं हो रहा है। 114 करोड़ की लागत वाली मणि खेड़ा जल आवर्धन योजना से भी लोगों को घरों में पानी नहीं मिल रहा है। ऐसे में पानी को लेकर श्रेय की राजनीति की होड़ तो काफी मची लेकिन जनता के घरों तक टोटियों से पानी आज तक नहीं पहुंच पाया है। इसके लिए राजनेता से लेकर सरकारी तंत्र के अफसर भी जिम्मेदार हैं, ऐसे में अब लोग चुनाव आते ही इन राजनेताओं और अधिकारियों को सबक सिखाने के लिए कमर कस रहे हैं।