BHOPAL. मध्यप्रदेश में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदलने की संभावना है। लोगों को गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है। दरअसल ग्वालियर-चंबल, भोपाल और सागर में बने राहत के बादल अब उज्जैन, इंदौर और नर्मदापुरम में रविवार से शिफ्ट हो जाएंगे। भोपाल में रविवार को भी हल्की राहत रहेगी, लेकिन ग्वालियर-चंबल, सागर और बुंदेलखंड में गर्मी फिर से बढ़ेगी। रविवार को कुछ इलाकों में तापमान में 1 से 2 डिग्री की बढ़ेगा। मौसम विभाग के मुताबिक, 12 से 14 मई तक बादलों के कारण तापमान फिर नीचे आएगा। इसके बाद 15 मई से 26 मई तक एक बार फिर गर्मी का दौर शुरू होगा।
मौसम में बदलाव की वजह
पाकिस्तान से आ रही हवाएं कमजोर हो गई हैं। पाकिस्तान से आ रही हवाएं जम्मू-कश्मीर के ऊपर ट्रफ के रूप में उत्तर में है। चक्रवातीय गतिविधियां पूर्वोत्तर बांग्लादेश और विदर्भ के ऊपर सक्रिय है। विदर्भ और मराठवाड़ा से लेकर कर्नाटक तक हवाओं में निरंतरता है। दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में अतिनिम्न दाब क्षेत्र सक्रिय है। यह रविवार से प्रभावशाली होकर तक चक्रवातीय तूफान में विकसित होने की संभावना बनी है।
इधर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी मिलने से 12 मई से 14 मई तक प्रदेश के कई इलाकों में बादल छाने की संभावना है। इससे तीन दिन तक तापमान में नीचे आने से गर्मी से राहत रहेगी। इसके बाद 15 मई से फिर से तापमान बढ़ेगा।
2 दिन ऐसा रहेगा मौसम
प्रदेश में रविवार से ग्वालियर-चंबल, सागर समेत बुंदेलखंड में तापमान में बढ़ोतरी होगी। 10 से 11 को दिन का पारा 45 डिग्री तक पहुंच सकता है। इससे 10 से 11 मई तक कई इलाकों में फिर से लू का प्रकोप रहेगा। हालांकि तीन दिन बाद मौसम बदलेगा। बादल छाने से कुछ राहत मिलेगी।
प्रदेश में कहां-कितना तापमान
एमपा में एक बार फिर दिन का पारा 43 डिग्री के पार पहुंच गया है। राजगढ़ में सबसे ज्यादा 43.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। भोपाल में यह 42 डिग्री पर पहुंच गया। ग्वालियर-इंदौर में 40 डिग्री, जबकि जबलपुर में यह 41 के पार पहुंच गया। सबसे कम पचमढ़ी में 38 डिग्री रिकॉर्ड हुआ है। रीवा-सतना में भी अधिकतम तापमान 40 डिग्री के नीचे ही है। प्रदेश के करीब एक, दो इलाकों को छोड़ दिया जाए, तो दिन का पारा 40 डिग्री से ज्यादा रहा।