Bhopal. मध्यप्रदेश में खेतीहर किसान को मौसम की बेरुखी अभी और सताने वाली है। आईएमडी ने आज एक बार फिर बारिश, ओलावृष्टि और तेज आंधी के आसार जताए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक 29 मार्च को एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश कर सकता है। जिसके चलते ग्वालियर और पन्ना के आसपास के जिलों के लिए यह अलर्ट जारी किया गया है। संभावना जताई गई है कि 30-31 मार्च को ग्वालियर, पन्ना समेत समीपवर्ती जिलों में बारिश हो सकती है। हालांकि इस दौरान न्यूनतम तापमान में बढोतरी दर्ज होगी जबकि अधिकतम तापमान में कमी आ सकती है।
राजस्थान, हरियाणा और उत्तरप्रदेश में भी यही हाल
मौसम विभाग ने अंदेशा जताया है कि राजस्थान, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ अधिक सक्रिय रहेगा। जिसके चलते प्रदेश के चंबल संभाग में भी मौसम खराब रह सकता है। ग्वालियर, शिवपुरी और गुना में भी बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है। एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ हिमालय के क्षेत्र तक पहुंच सकता है, जिससे 30 और 31 मार्च को जबलपुर समेत संभाग से समस्त जिलों में तेज हवा और गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना जताई गई है।
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मौसम विभाग के अनुसार 29 मार्च को प्रदेश के उमरिया, डिंडौरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बैतूल और बालाघाट में बादल छाए रह सकते हैं और बूंदाबांदी भी हो सकती है। जबकि 30 मार्च को ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट और राजगढ़ में बारिश का अनुमान है।
मौसम की बेरुखी से किसान परेशान
इधर मौसम की बेरुखी से किसान बहुत ज्यादा परेशान हैं, प्रदेश में रबी सीजन की मुख्य फसल गेहूं की 80 फीसद फसल खेतों में खड़ी है। फसल में दाने आ चुके हैं, ऐसे में बेमौसम बारिश से जहां उसकी चमक फीकी पड़ सकती है वहीं ओलावृष्टि से पूरी की पूरी फसल बर्बाद होने का खतरा मंडरा रहा है। अनेक जिलों में बीते दिनों हुई ओलावृष्टि ने किसान को काफी नुकसान पहुंचाया है। ऐसे में किसानों के लिए आने वाले 3-4 दिन बहुत भारी पड़ने वाले हैं।