हरीश दिवेकर, BHOPAL. बाबा रामदेव कुछ बोले विवाद न हो ऐसा हो ही नहीं सकता, अब उन्होंने महिलाओं के लिए कह दिया कि महिलाएं मेरी तरह कुछ भी न पहने तब भी अच्छी लगती हैं। बाबा ने जब ये बोला तब मंच पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस और उनकी पत्नी अमृता मौजूद थीं। बाबा कांग्रेसी होते और मंच पर कांग्रेसी नेता होते तो अब तक देश में बवाल कट गया होता। इधर तिहाड़ जेल में ड्राय फ्रूट की मांग कर रहे आप के सत्येन्द्र जैन की याचिका दिल्ली कोर्ट ने खारिज कर दी। उधर टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने बल्ला हाथ में थामकर पवेलियन की ओर जाते हुए की तस्वीर पोस्ट कर फैन्स में बहस का विषय छोड़ दिया है। कई फैन्स कयास लगा रहे हैं कि कोहली ने इस तस्वीर के जरिए किक्रेट के जरिए संन्यास लेने के संकेत दिए हैं। देश-दुनिया में खबरें और भी हैं, अब आप सीधे नीचे उतर आइए और प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी और राजनीतिक गलियारों में होने वाली रोचक खुसफुसाहट का आनंद लीजिए।
ठंड से बचें या मामा से
ठंड अब अपने रंग दिखाने लगी है। सोचिए, ऐसे में आला अफसरों को अल सुबह बैठक के लिए तैयार रहने का फरमान मिल जाए तो क्या होगा। मामा पूरे जोश में हैं। शुक्रवार रात अफसरों को निर्देश जाता है कि शनिवार सुबह 7 बजे सीएम देवास जिले की योजनाओं की समीक्षा करेंगे, जो अफसर शटरडे नाइट फुल टाइट का माहौल बनाने की तैयारी में थे, मैसेज मिलते ही उनका मजा किरकिरा हो गया। पता नहीं जिले में किस योजना पर पेंच फंस जाए और उन्हें वीसी में जुड़ना पड़ जाए तो साहब लोग सुबह से तैयार होकर बैठे थे कि पता नहीं उनके विभाग की किस योजना में क्या पूछ लिया जाए। पता चला है कि अब बैठकों का दौर अल्टरनेट डे होगा। ऐसे में अब 55 पार वाले अफसर एक दूसरे से कहते फिर रहे हैं कि ठंड के प्रकोप को देखते हुए हम स्कूलों का टाइम बदल रहे हैं, लेकिन हमारी बैठकें अब दिन की जगह सुबह होने लगीं अब या तो ठंड से बच लें या फिर मामा से।
गायत्री राजे की सक्रियता से एक मंत्री बैचेन
देवास राजघराने की महारानी गायत्री राजे की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बढ़ती नजदीकियों ने एक महिला मंत्री की बैचेनी बढ़ा दी है। मुख्यमंत्री ने रविवार को देवास जिले के विकास को लेकर वीडियो कान्फ्रेंसिंग की, इसके ठीक बाद गायत्री राजे सीएम से मिलने भोपाल के लिए रवाना हो गईं। मुख्यमंत्री का गायत्री राजे पर बढ़ता भरोसा इस बात के संकेत भी दे रहा है कि भविष्य में होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार में गायत्री राजे को जगह मिल सकती है। यदि ऐसा होता है तो उसके लिए एक महिला मंत्री को बाहर करने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। वर्तमान कैबिनेट में तीन महिला मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, उषा ठाकुर और मीना सिंह हैं। बाहर कौन जाएगा ये तो आने वाला समय बताएगा, लेकिन एक महिला मंत्री वाकई बैचेन हैं।
मंत्री के ईमान पर भारी बेटे का भ्रष्टाचार
शिवराज सरकार के ईमानदार मंत्री पर उनके बेटे का भ्रष्टाचार भारी पड़ रहा है। मंत्री बेटे के मोहपाश में चाहकर अपने ईमान को नहीं बचा पा रहे हैं। मंत्री पर संघ का हाथ है उन्हीं की कृपा से विधायक बने और मंत्री पद भी मिला। मंत्री पर संस्कारवान भविष्य तैयार करने की जिम्मेदारी है, लेकिन वे अपने बेटे को ही संस्कार नहीं दे पाए। अब तक मामला दबे छुपे में चल रहा था, लेकिन करोड़ों के टेंडर में हुए घोटाले के बाद ईमानदार मंत्री के भ्रष्ट बेटे का खेल उजागर हो गया। जिले के सभी अफसरों को भोपाल बुलाकर एक कमरे में बैठाया और करोड़ों का ऑर्डर अपने चहेतों को दिला दिया। मामला ऊपर तक गया, अब ऊपर वाले संघ को रिपोर्ट बनाकर दे रहे हैं। बताया जा रहा है मंत्री को हिदायत दी गई है कि बेटे को दूर रखें नहीं तो वो आपको ले डूबेगा।
सरदार की एंट्री ने हरिराम की उड़ाई नींद
सरदार ने हाथ का साथ छोड़ कमल क्या थामा, पार्टी के हरिराम की नींद उड़ गई। दरअसल सरदार कांग्रेस में रहते हुए बीजेपी को परेशान किए हुए थे। बीजेपी के बंद कमरे की बैठकों की जानकारी सरदार के पास सबसे पहले पहुंचती थी, और वे तत्काल टवीट करके नेताओं को बैचेन करते थे। लाख प्रयास करने के बावजूद पार्टी ये पता नहीं कर पा रही थी कि आखिर सरदार को अंदर की जानकारी देने वाला हरिराम कौन है। अब सरदार की एंट्री के बाद से हरिराम की नींद उड़ी हुई है। उन्हें डर है कि अब अंदर की खबरें बाहर गईं तो सरदार कहीं बड़े नेताओं के खास बनने के फेर में उनका नाम न बता दें।
पंडितजी को भारी पड़ गई होशियारी
सरकार के साथ होशियारी करना पंडितजी को भारी पड़ गई। पंडितजी बोले तो अरे खाकी वर्दी वाले बड़े साहब कभी बहुत रुतबा हुआ करता था, लेकिन जब से धर्मपत्नी के साथ मारपीट का वीडियो वायरल हुआ है तब से उनके ग्रह नक्षत्र बिगड़े हुए हैं। सरकार ने निलंबित किया तो पंडितजी कैट से बहाली का ऑर्डर करवा लाए, सरकार हाईकोर्ट चली गई तो पंडितजी वहां से भी जीत गए। हाईकोर्ट के आदेश पर सरकार पंडितजी को बहाल करने वाली ही थी कि इसी बीच पंडितजी ने अपनी वजनदारी साबित करने के लिए मीडिया में खबर चलवा दी कि सरकार को हाईकोर्ट की फटकार, तत्काल बहाल करें। पंडितजी की होशियारी से मंत्रालय के अफसरों की त्यौरियां चढ़ गईं । इसके बाद वे उन्हें शांत रहकर बहाली का इंतजार करने के लिए कहते रहे वहीं पिछले दरवाजे से सुप्रीम कोर्ट में हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ अपील कर दी। जानने वाले कह रहे हैं पंडितजी को होशियारी भारी पड़ गई।
इंदौर के अंगद बने अजय
सरकार कोई भी हो, अयज कभी पराजय नहीं हुए। इंदौर में एडीएम की कुर्सी पर पांव क्या जमाया अंगद बन गए। चुनाव आया तो कुछ महीनों के लिए एमपीपीएससी में तफरी के लिए चले गए। चुनाव खत्म होते ही एडीएम की कुर्सी जिंदाबाद। इंदौर में मनीष सिंह जैसे दमदार अफसर भी रहे, लेकिन अजय ने उन्हें भी कभी मौका नहीं दिया कि वे एडीएम बदलने की सोच भी लें। अजय कांग्रेस के भी प्यारे, भाजपा के भी प्यारे, कैलाश के भी प्यारे और शिवराज के भी दुलारे बाकी नेताओं का क्या उन्हें तो चलते फिरते मना लेते हैं। अब दूसरे अफसर भी अजय से वशीकरण मंत्र का राज जानने का प्रयास कर रहे हैं, जिसके चलते उन्होंने सफलतापूर्वक एक ही पद पर 6 साल से राज कर रहे हैं।
एफआईआर-एफआईआर खेलें आओ
भारत जोड़ो यात्रा का एक टवीट राजनीतिक गलियारों में धूम मचा रहा है। इस टवीट में दावा किया गया था कि राहुल गांधी की यात्रा में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे हैं। इसके बाद बीजेपी हमलावर हो गई, कांग्रेस ने भी पलटवार करके वीडियो को एडिट करने का आरोप लगा दिया। मामला आरोप-प्रत्यारोप तक तो ठीक था, लेकिन इसी बीच छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने बीजेपी मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी। अब बीजेपी की बारी है, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का बयान आ चुका है, एमपी पुलिस जांच कर रही है कि किसने टवीट किया और किसने वीडियो एडिट किया। संकेत साफ हैं कि अब कांग्रेस के आईटी सेल और मीडिया प्रभारी के खिलाफ मामला दर्ज हो सकता है।