संजय गुप्ता, INDORE. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के दखल वाली संस्था मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (MPCA) की जांच का जिम्मा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनकी ही बुआ यशोधरा राजे सिंधिया के प्रभार वाले खेल विभाग को सौंपा है। इस संबंध में सीएम हाउस ने एमपीसीए को लेकर की जा शिकायतों को आगे खेल विभाग के पास बढ़ा दिया है और इसकी औपचारिक सूचना शिकायतकर्ता प्रदेश कांग्रेस के सचिव राकेश यादव को ईमेल करके दी है।
ईमेल में क्या है ?
ईमेल में कहा गया है कि आपका ईमेल दिनांक 14 नवंबर 2022 को मिला है। नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई के लिए खेल विभाग को भेज दिया गया है। आगामी कार्रवाई की जानकारी के लिए आप संबंधित विभाग के सक्षम अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।
कहीं कैलाश-सिंधिया की दोस्ती खटक तो नहीं रही
इस जांच के आदेश के बाद इसे राजनीतिक गलियारों में बीते 4 महीने से बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की बढ़ती नजदीकियों पर सीएम के पलटवार के रूप में भी देखा जा रहा है। सिंधिया कभी विजयवर्गीय के घर भोजन के लिए जाते हैं, पुत्र महाआर्यमन को विजयवर्गीय के पैर छूने के लिए कहते हैं तो कभी सार्वजनिक कार्यक्रम में उनका हथ पकड़कर मंच पर ले जाते हैं।
सीएम ने सुमित्रा महाजन को मिलने बुलाया था
इसके बाद सीएम ने विशेष हेलीकॉप्टर भेजकर पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन को मिलने के लिए बुलाया था। इस मुलाकात के बाद महाजन इंदौर राजनीति में और सक्रिय हो गई हैं। मध्यप्रदेश की राजनीति में दिसंबर महीने को काफी अहम माना जा रहा है जिसमें बदलाव की संभावनाएं जताई जा रही हैं। ऐसे में इन सभी को फाइनल मैच के पहले की तैयारियों के रूप में भी देखा जा रहा है। हाल ही में सीएम ने सिंधिया के मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और उनके उर्जा विभाग को लेकर आई शिकायत को भी जांच के लिए आगे बढ़ाया था। वहीं वन मंत्री कुंवर विजय शाह को लेकर भी लोकायुक्त इंदौर ने जांच तेज की है।
एमपीसीए को लेकर ये हुई हैं शिकायतें
हालांकि एमपीसीए फर्म्स एंड सोसायटी एक्ट के तहत रजिस्टर्ड होकर वाणिज्य व उद्योग विभाग के अंतर्गत आता है। इसके बाद भी इसकी जांच खेल विभाग को सौंपी गई है। इसका मुख्य कारण है कि एमपीसीए पर मनोरंजन कर के साथ जीएसटी चोरी और टिकट के ब्लैक मार्केटिंग करने के आरोप लगे हैं। इस मामले में शिकायतकर्ता ने मांग की है कि कम से कम इन तीनों मुद्दों की जांच कमेटी बनाकर की जानी चाहिए। शिकायतकर्ता यादव ने कहा कि एमपीसीए टैक्स को लेकर हमेशा चोरी करता रहा है और बीते मैच के दौरान उसने टिकटों की ब्लैक मार्केटिंग भी की।
नगर निगम ने भी मारा था छापा
4 अक्टूबर को टीम इंडिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए टी-20 मैच के एक दिन पहले 3 अक्टूबर को नगर निगम के अधिकारियों ने एमपीसीए के दफ्तर पहुंचकर टैक्स की बकाया मांग को लेकर छापा मारा था। इसके बाद एसोसिएशन ने कुछ राशि जमा की थी लेकिन अभी भी टिकटों और उन पर लगे टैक्स का पूरा हिसाब एसोसिएशन ने नहीं दिया है।