योगेश राठौर, INDORE. इंदौर सहित देश भर में अचानक होने वाली मौत के मामले देखे जा रहे हैं। कहीं लोग नाचते हुए गिर जा रहे हैं, कहीं बैठे.बैठे तो कहीं कसरत करते जिम में ही अचानक लोग गिर रहे हैं और उनकी मौत हो रही है। इसके कई वीडियो भी सामने आ चुके हैं। सभी मौतों के पीछे एक ही बात सामने आई है अचानक दिल की धड़कन का रुक जाना। ऐसा ही एक और मामला सामने आया है जिसमें शहर के एक थाना प्रभारी के बेटे की कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार अखबार पढ़ने के दौरान ही युवक को अचानक खांसी आई। अस्पताल ले जाने पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। युवक का नाम हर्ष भदौरिया उम्र 24 वर्ष निवासी नवरतनबाग है। उसके पिता महेंद्र सिंह भदौरिया महू थाने में पदस्थ हैं। वे शहर के अनेक थाना क्षेत्रों में प्रभारी रह चुके हैं। हर्ष के परिवार के कई लोग पुलिस विभाग में उच्च पदों पर रहे हैं।
परिवार में इलौता बेटा था हर्ष
जानकारी मिली कि तबीयत बिगड़ने के बाद स्वजनों ने डॉक्टर को बुलाया, लेकिन उसने हर्ष को अस्पताल ले जाने को कहा। वहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। हर्ष मप्र लोक सेवा आयोग परीक्षा की तैयारी कर रहा था। बेटे की हालत की जानकारी मिलने पर उसके पिता घर पहुंचे और उसे एमवाय अस्पताल ले गए। हर्ष परिवार का इकलौता पुत्र था।
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इंदौर में युवाओं में हार्ट अटैक से मौत के आंकड़े चिंताजनक
दरअसल, इंदौर में बीते कुछ समय में अचानक होने वाली मौत के आंकड़े ने दिल की धड़कने बड़ा दी है, क्योंकि शहर इंदौर में ही पिछले कुछ महीनों में कार्डियक अरेस्ट से अनेक लोगों की मौत हो चुकी है। जिसमें कई नौजवान भी शामिल हैं, जो काफी चिंता का विषय है। हैरान करने वाली बात, इसमें यह भी है कि इसमें 23 से 32 साल की उम्र के युवाओं को कार्डियेक अरेस्ट आ रहे हैं और मौतें हो रही हैं। देखने में यह भी आ रहा है। हार्ट अटैक से पहले इन युवाओं को कोई बीमारी नहीं थी। अधिकतर केसों में बस सीने में दर्द हुआ और तत्काल मौत की खबरें, सबसे ज्यादा आ रही हैं।