BHIND मनोज जैन.राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आमतौर पर अपने सार्वजनिक कार्यक्रमों में भारतीय जनता पार्टी और राजनीति पर सीधे-सीधे चर्चा से बचता है। कल भिंड में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विजयादशमी पर्व के कार्यक्रम में उस समय असहजता की स्थिति हो गई जब मंच पर संघ के पूर्व सरकार्यवाह भैया जी जोशी की मौजूदगी में जैन मुनि विश्रांत सागर ने मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा में जमकर कसीदे पढ़े। संघ की राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य भैया जोशी दशहरा पर भिंड में थे और इसी मौके पर यह आयोजन किया गया था।
जैन मुनि ने की शस्त्र उठाने की वकालत
जैन धर्म को अहिंसा के लिए जाना जाता है। अहिंसा परमो धर्म उनका सूक्त वाक्य है लेकिन समारोह में जैन मुनि इससे अलग ही बोले। मुनि विश्रांत सागर ने कहा कि यदि धर्म और देश की रक्षा के लिए शस्त्र उठाना पड़े तो उसमें कोई परहेज नहीं होना चाहिए यह जैन दर्शन के अनुसार है। कार्यक्रम में जैन मुनि ने कहा भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण, युधिष्ठिर, हनुमान जी आदि ने स्वयं के लिए शस्त्र नहीं उठाए थे बल्कि धर्म और समाज के लिए शस्त्र उठाए थे। उन्होंने यह भी कहा कि विभीषण ने रावण का साथ नहीं छोड़ा और ना ही उन्होंने राम का साथ दिया अपितु विभीषण ने अन्याय का साथ छोड़कर न्याय का साथ दिया था।
संघ ,मोदी और योगी की तारीफ़ की
जैन मुनि ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तारीफ करते हुए कहा कि समाज में भी इस प्रकार का अनुशासन आवश्यक है।उन्होंने कहाकि उत्तर प्रदेश में अगर कोई अपना स्तर बनाकर रखे हैं तो वह हैं योगी आदित्यनाथ और पूरे देश में और दुनिया में भारत देश का डंका बजा रहे हैं तो वे हैं नरेंद्र मोदी।
असहज दिखे जोशी और लोग
सामाजिक मंच से और धार्मिक व्यक्तित्व के मुंह से राजनीतिक बातें और प्रशंसा सुनकर कार्यक्रम मैं उपस्थित जैन समाज के लोग और मोदी और योगी की संघ के मंच पर प्रशंसा सुनकर भैया जी जोशी और अन्य पदादिकारी असहज दिखे लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
ये भी रहे मौजूद
मंच पर पूर्व सरकार्यवाह भैया जी जोशी के साथ विभाग संघचालक नवल सिंह भदोरिया तथा नगर संघचालक डॉ शैलेंद्र परिहार मंचासीन थे।