भोपाल के फैमिली कोर्ट में एक मामला सामने आया है। जिसमें पत्नी ने अपने कैंसर पीड़ित पति से भरण पोषण के लिए पैसों की मांग की है। पति का कहना है कि मेरा सारा पैसा इलाज में चला गया। मैं तुझे भरण-पोषण के लिए पैसे कहां से दूं। इसके जवाब में महिला ने कोर्ट में दलील दी कि किडनी बेचकर मुझे पैसे दे। पत्नी ने कहा कि कैंसर से तो 4 महीने में लोग मर जाते हैं। तू चार से क्यों जिंदा है।
8 साल पहले हुई थी शादी
फैमिली कोर्ट की काउंसलर सरिता रजानी ने बताया कि करीब 8 साल पहले दोनों की शादी हुई थी। उनका 7 साल का बेटा भी है। पति कैंसर के बाद से बिस्तर पर ही रहता है। पति का इलाज उसके पिता करा रहे हैं। कुछ समय तक उसका इलाज कराने के बाद पत्नी अलग रहने लगी। पत्नी ने भरण-पोषण की राशि के लिए पति पर फैमिली कोर्ट में केस किया है। इसके बाद पति ने बेटे के नाम पर अपना घर करने की बात की लेकिन पत्नी इससे संतुष्ट नहीं है। पत्नी की मांग है कि उसका पति भरण पोषण के लिए पैसे दे। अगर उसके पास पैसा नहीं है तो वह अपनी किडनी बेच दे।