आगर. मध्यप्रदेश सरकार आगर में 550 मेगावाट बिजली की सोलर परियोजना स्थापित करने जा रही है। इस सोलर प्लांट से सरकार को 2.44 और 2.45 रूपए प्रति यूनिट बिजली मिलेगी। ये मध्यप्रदेश में मिलने वाली अब तक की सबसे सस्ती बिजली होगी। इसके लिए सरकार ने आगर में प्रस्तावित सोलर परियोजना के लिए दो कंपनियों को चयनित किया है। कंपनियों ने सरकार को 2.44 और 2.45 प्रति यूनिट की दर से बिजली उपलब्ध कराने का ऑफर दिया है।
उपभोक्ताओं को नहीं मिलेगा फायदा
मध्यप्रदेश के आम उपभोक्ता को इस सस्ती बिजली का फायदा नहीं मिलेगा। प्रदेश में इस समय बिजली का उत्पादन मांग की तुलना में अधिक हो रहा है। इसके कारण कई पावर प्लांट को बंद करना पड़ा है। राज्य में बिजली के प्लांट बंद न हो इसके लिए सरकार ने बिजली कंपनियों से न्यूनतम बिजली खरीदने का अनुबंध कर रखा है। इसके तहत सरकार बिजली खरीदे या नहीं खरीदे। उसे एक निश्चित राशि बिजली कंपनियों को देनी पड़ती है।
रीवा को मिला था 2.97 रूपए का टैरिफ
विश्व की सबसे बड़ी सौर परियोजनाओं में से एक रीवा को इससे पहले 2.97 रूपए का सबसे सस्ता टैरिफ मिला था। रीवा सोलर परियोजना 3 जनवरी 2020 से पूर्ण क्षमता के साथ बिजली उत्पादन कर रही है।