Jabalpur. प्रदेश में केवल पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ही शराब दुकानों के खिलाफ उग्र तेवर नहीं दिखा रहीं बल्कि आम लोग भी जहां तहां खुली मधुशालाओं से त्रस्त हो रहे हैं। शनिवार को जबलपुर के रांझी इलाके में अनोखा प्रदर्शन देखने को मिला। जहां स्कूल में पढ़ने वाले नौनिहाल यहां हाल ही में शिफ्ट की गई शराब दुकान के खिलाफ लामबंद नजर आए। लाउड स्पीकर पर नारेबाजी कर स्कूली बच्चों ने प्रशासन को साफ संदेश दिया कि या तो शराब दुकान को उनके स्कूल के नजदीक से हटा दिया जाए या उनका स्कूल ही बंद कर दिया जाए।
हाल ही में शिफ्ट की गई है शराब दुकान
लाला लाजपतराय वार्ड के मानेगांव में कुछ रोज पहले ही रांझी के बड़ापत्थर इलाके की शराब दुकान को शिफ्ट किया गया है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन और आबकारी विभाग को भी अवगत कराया था कि दुकान स्कूल के पास खोली जा रही है। लेकिन इस ओर कोई ध्यान ही नहीं दिया गया। स्कूली बच्चों का कहना है कि आए दिन कोई न कोई शराबी धुत होकर उनके रास्ते आ जाता है और गालीगलौज सुनाई दे जाती है।
छात्राओं ने भी सुनाई आपबीती
स्कूली बच्चों में छात्राएं भी यूनीफार्म पहनकर प्रदर्शन में शामिल रहीं। छात्राओं ने बताया कि रास्ते में शराबखोरी के कारण उन्हें स्कूल जाने में डर लगने लगा है। शराबी आए दिन फब्तियां कसने से बाज भी नहीं आते।
पुलिस भी नजर आई बेबस
स्कूली बच्चों के इस प्रदर्शन के दौरान पुलिस भी बेबस नजर आई। आबकारी विभाग के नियमों के तहत न तो पुलिस कोई कार्रवाई कर सकती है और न ही प्रदर्शन कर रहे नौनिहालों पर सख्ती। ऐसे में पुलिस के अधिकारी बच्चों को समझाइश ही देते नजर आए। दूसरी तरफ आबकारी विभाग है जिसके अधिकारी शायद खुद कौन से नशे में धुत्त हैं जो उन्हें शराब दुकान के पास इतना बड़ा स्कूल नहीं दिखाई दिया। कहा नहीं जा सकता।