'आसमान है मंजिल रास्ता खुद बनाना है' कहते हैं मन में लगन और कुछ कर गुजरने का जुनून हो तो मंजिल आपके कदम जरुर चूंमती है। एक ऐसी ही कहानी है हैदराबाद के एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले सीरीसेट्टी संकीर्थ की। सीरीसेट्टी संकीर्थ देश भर के युवाओं के लिए एक मिसाल बन गए हैं। हैदराबाद पुलिस की सब-इंस्पेक्टर की परीक्षा में फेल हो जाने वाले 27 साल के सीरीसेट्टी अब आईपीएस बन चुके हैं। लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने का रास्ता आसान न था।
हार को जीत में बदलने की तमन्ना ने जिद्दी बनाया
फौलादी इरादों वाले सीरीसेट्टी पुलिस सेवा में भर्ती होना चाहते थे, इसके लिए उन्होंने एग्जाम भी दिया लेकिन फिजिकल टेस्ट में वो पिछड़ गए और परीक्षा में फेल हुए। लेकिन इस हार को उन्होंने जिंदगी भर की हार में न बदलने देने की ठानी.कंधों पर परिवार के पालन पोषण की जिम्मेदारी थी लिहाजा भागीरथी योजना में एक इंजीनियर के तौर पर काम करने लगे थे। हार का गम मिटाना था इसलिए नौकरी के साथ यूपीएससी की सिविल सर्विसेज की तैयारी भी की।
सीरीसेट्टी को मिली थी AIR 330वीं रैंक
मंजिल को पाने की जिद और मेहनत ने सीरीसेट्टी के सपनों को पंख लगा दिए।2019 की संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सीरीसेट्टी को 330वीं रैंक मिली। अब उनकी आईपीएस की ट्रेनिंग भी पूरी हो गई है।