ऑफिस में जब आप हो रहे हों आलोचना के शिकार तो रिऐक्ट न करें धैर्य से काम लें

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ऑफिस में जब आप हो रहे हों आलोचना के शिकार तो रिऐक्ट न करें धैर्य से काम लें

ऑफिस में कई लोग ऐसे हो सकते हैं, जो आपका विरोध करते हों। ऑफिस पॉलिटिक्स में ऐसी ​स्थिति आम बात है। बड़ा सवाल ये है कि ऐसी स्थिति में आपका व्यवहार कैसा होना चाहिए? आइए समझते हैं ​कुछ विश्व स्तरीय मोटिवेशन स्पीकर्स के माध्यम से....

तत्काल जवाब ना दें, पहले विचार करें

जब ऑफिस का कोई साथी अचानक ही आपकी बुराई करने लगे तो तुरंत जवाब देने की बजाय शांति से काम लें। अगर आप जवाब लिखकर देना चाहते हैं, तो मैत्रीपूर्ण तरीका अपनाएं। यह भी ध्यान में रखें कि इंटरनेट के जमाने में ऐसा ठीक नहीं होगा। हो सकता है कि आप जवाबों की ट्रेल शुरू कर दें जिसे लोग ऑनलाइन पोस्ट कर दें... ऐसी स्थिति में यह आपके लिए अच्छा नहीं होगा।

तरक्की का इशारा भी हो सकता है

आपको ऐसा लगता है कि लोग आपकी बुराई करने लगे हैं तो ऐसे में हो सकता है कि आप खुद से ही सवाल करने लगें। लेकिन यह ध्यान रखें कि जब कोई भी व्यक्ति बुलंदियों पर पहुंचता है तो लोग उसे अलग-अलग तरीकों से डराने या धमकाने की कोशिश करते ही हैं। इसके अलावा कई बार लोग इसलिए भी बुराई करते हैं ताकि वो ऐसा करके अपनी एक अलग पहचान बनाना चाहते हैं।

जो देते हैं, वही लौटकर आता है

जो लोग आपकी बुराई करते हैं उन्हें माफ कर देना चाहिए। एक सीमा तक माफ करना ठीक होता है। प्रोफेशनल लाइफ में समय के साथ लोगों को वह सब कुछ मिल ही जाता है जिसके वो हकदार होते हैं। किसी दिन आपको भी रेफरेंस के लिए कॉल आएगा। जब कोई विश्वसनीय साथी आपसे पूछेगा, तो जवाब देते हुए बहुत अच्छा महसूस करेंगे।

देखें, कहीं आप ओवररिएक्ट तो नहीं कर रहे

इंटरनेट पर किसी दिन अचानक आपको कोई ऐसा ब्लॉग पोस्ट मिलता है जिसमें आपके किसी कोट को गलत अंदाज में पेश किया गया है तो ओवररिएक्ट ना करें। गुस्से में अपनी बात लिखने से खुद को रोकें। इस स्थिति में बहुत संभव है कि आप ना चाहते हुए भी ओवररिएक्ट कर जाएं। ऐसे में किसी विश्वसनीय साथी से सलाह ली जा सकती है। इसके बाद ही तय करें कि क्या और कैसे जवाब देना है।

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