अपनों से मिलने का सफर: 256 KM साइकिल चलाकर बीमार दादी से मिलने पहुंची 17 साल की पोती

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अपनों से मिलने का सफर: 256 KM साइकिल चलाकर बीमार दादी से मिलने पहुंची 17 साल की पोती

जयपुर. 17 साल की आरती प्रजापत (Aarti Prajapat) ने एक दिन में साइकिल से 216 किलोमीटर का सफर तय किया है। उन्होंने जयपुर (Jaipur) से भरतपुर (Bharatpur) तक अकेली ही साइकिल चलाई। आरती की दादी की तबीयत खराब थी। आरती ने दादी से मिलने के लिए मां से जिद की, मां ने कहा कि दशहरे के बाद चलेंगे। इससे पहले ही आरती साइकिल से अकेली भरतपुर के लिए रवाना हो गई। वह 13 अक्टूबर को जयपुर से सुबह 4.30 बजे निकली थी, शाम 7 बजे तक भरतपुर पहुंच गई थी।

भरतपुर जाने के दौरान रास्ता भटकी

सफर के दौरान आरती रास्ता भटक गई थी, उन्हें इसका एहसास तब हुआ। जब उन्होंने बोर्ड में देखा कि उत्तर प्रदेश का फतेहपुर सीकरी महज 15 किलोमीटर दूर है। इसके बाद आरती लौटीं और सही रास्ता पकड़ कर अपने दादा-दादी के घर पहुंचीं। वह 20 किलोमीटर आगे चली गई थी। इस तरह आरती का सफर 40 किलोमीटर अधिक रहा।

रोजाना चलाती है 50 किलोमीटर साइकिल

आरती 11वीं क्लास में पढ़ती हैं। उन्हें साइकिल से सफर करने का शौक है। उनके पिता ब्रजेश जयपुर के अर्जुन नगर में किराना की दुकान चलाते हैं। दादी और दादा भरतपुर के डेहरा गांव में रहते हैं। आरती की दादी लज्जा देवी डेहरा गांव के आंगनबाड़ी में सहायिका के पद पर काम करती हैं, जिसके कारण वे गांव में ही रहते हैं। दादी को तेज वायरल बुखार था, जिसकी जानकारी लगते ही वह भरतपुर के लिए निकल गई थी। उनके पिता ने बताया कि आरती रोजाना 50 किलोमीटर साइकिल चलाती है। 

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