कहते हैं अगर किसी चीज को ठान लिया जाए तो उसे पूरा करने से आपको कोई नहीं रोक सकता। ऐसा ही एक जज्बा दिखाया है आईआईटी दिल्ली के एक पूर्व छात्र ने।आईआईटी के छात्र नीरज चौधरी ने कोरोना महामारी की चपेट में आने के बाद भी हार नहीं मानी और एवरेस्ट पर संस्थान का झंडा लहराने के अपने लक्ष्य को पूरा करके दिखाया।
जिस दिन शुरू करनी थी चढ़ाई, उसी दिन हुआ कोरोना
नीरज की एवरेस्ट चढ़ाई के समय संजोग कुछ ऐसा बैठा कि जब उसे काठमांडू से माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई शुरू करनी थी उसी दिन उनकी कोरोना की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई।इसके बाद नीरज को अपने घर वापस आना पड़ा। लेकिन इस दौरान भी नीरज ने कोरोना के बारे में चिंता ना करते हुए बस अपने लक्ष्य के बारे में सोचा और वो वापस काठमांडू आ गए।
ठीक हुए, और निकल पड़े एवरेस्ट की ओर
नीरज की जांच रिपोर्ट में 27 मार्च को संक्रमण की पुष्टि हुई लेकिन वह अप्रैल में काठमांडू लौट आए थे और 31 मई को उन्होंने एवरेस्ट की चोटी फतह कर ली थी। नीरज का कहना है की देश भर में कोरोना की दूसरी लहर फैलने के कारण अनिश्चितता के बीच वह अपनी टीम के साथ काठमांडू पहुंचे।