भोपाल। द सूत्र के मध्यावधि-2021 (the midterm-2021) के नतीजों के मुताबिक यदि अभी विधानसभा चुनाव (Assembly elections) होते हैं तो बुंदेलखंड (Bundelkhand) अंचल में बीजेपी (BJP) को मौजूदा 17 सीटों के मुकाबले 1 सीट की बढ़त मिल रही है। यानि उसकी सीटें 17 से बढ़कर 18 हो रही हैं। इसके मुकाबले कांग्रेस (Congress) की मौजूदा 7 सीटें बरकरार रहेंगी। प्रदेश में बसपा अपनी सीट गंवा रही है। बुंदेलखंड की 26 सीटें मप्र के विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका निभाती हैं। इस अंचल में 6 जिले (सागर, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, निमाड़ी, पन्ना) आते हैं। इस समय बुंदेलखंड की मौजूदा 26 सीटों में से बीजेपी के पास 17 सीटें हैं। कांग्रेस के पास 7 और बसपा (BSP) और सपा (SP) के खाते में 1-1 सीट हैं।
उपचुनाव में पाला बदलने वाले भी जीते
मध्यावधि चुनाव 2021 के नतीजों के मुताबिक बीजेपी ने 18 सीटें जीतीं हैं और कांग्रेस ने 7 सीटें। उत्तर प्रदेश की सीमा से सटा इलाका होने की वजह से इस अंचल में सपा-बसपा का भी प्रभाव हैं। लेकिन मध्यावधि में बसपा चुनाव हार रही हैं। लेकिन सपा जरूरी अपनी सीट बचाने में कामयाब हो रही है। सरकार में बुंदेलखंड इलाके से 4 प्रभावशाली मंत्री हैं, मध्यावधि चुनाव में ये सभी जीत रहे हैं। 2020 में उपचुनाव (by-elections) जीतकर बीजेपी विधायक और मंत्री बने सुरखी से गोविंद सिंह राजपूत और मल्हरा से प्रध्युम्न सिंह लोधी की जीत बरकरार है।
सरकार में बुंदेलखंड के चारों मंत्री जीते
भूपेंद्र सिंह - जीते
गोविंद सिंह राजपूत - जीते
गोपाल भार्गव - जीते
बृजेंद्र प्रताप सिंह - जीते
प्रमुख विधानसभा सीटों पर ये जीते - ये हारे
बीना (एससी) महेश राय बीजेपी जीते
खुरई भूपेंद्र सिंह बीजेपी जीते
सुरखी गोविंद सिंह राजपूत बीजेपी जीते
देवरी हर्ष यादव कांग्रेस जीते
रेहली गोपाल भार्गव बीजेपी जीते
नरयावली प्रदीप लारिया बीजेपी जीते
सागर शैलेंद्र जैन बीजेपी जीते
बंडा तरबर सिंह कांग्रेस जीते
टीकमगढ़ राकेश गिरि बीजेपी जीते
जतारा (एससी) हरिशंकर खटीक बीजेपी जीते
पृथ्वीपुर शिशुपाल सिंह बीजेपी जीते
निवाड़ी अनिल जैन बीजेपी जीते
खरगापुर राहुल सिंह लोधी बीजेपी जीते
महाराजपुर नीरज विनोद दीक्षित कांग्रेस जीते
चांदला (एससी) राजेश कुमार प्रजापति बीजेपी हारे
राजनगर विक्रम सिंह कांग्रेस हारे
छतरपुर आलोक चतुर्वेदी कांग्रेस जीते
बिजावर राजेश कुमार सपा जीते
मल्हरा प्रद्युम्न सिंह लोधी बीजेपी जीते
पथरिया रामबाई गोविंद सिंह बसपा हारीं
दमोह अजय टंडन कांग्रेस हारे
जबेरा धर्मेंद्र भव सिंह लोधी बीजेपी हारे
हटा (एससी) पुरुषोत्तम लाल तंतुवाय भाजपा हारे
पवई प्रह्लाद लोधी बीजेपी जीते
गुन्नौर (एससी) शिवदयाल बागरी कांग्रेस हारे
पन्ना बृजेंद्र प्रताप सिंह बीजेपी जीते
अब आपको बताते हैं कि द सूत्र ने बुंदेलखंड के आम वोटर से जो दस सवाल किए उन्हें लेकर जनता ने किस तरह से अपनी राय रखी है।
49 फीसदी लोगों की पसंद बीजेपी, 44 फीसदी की कांग्रेस
44 प्रतिशत — कांग्रेस
49 प्रतिशत — भाजपा
1 फीसदी— आप
6 प्रतिशत — अन्य
49 फीसदी लोगों का मानना मुख्यमंत्री का चेहरा बदलना जरूरी
49 फीसदी — बदले मुख्यमंत्री का चेहरा
45 प्रतिशत— शिवराज ही रहें सीएम
6 प्रतिशत— कुछ कह नहीं सकते
54 फीसदी की राय में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या
कानून व्यवस्था — 3 फीसदी
बेरोजगारी — 54 फीसदी
भ्रष्टाचार — 18 फीसदी
महंगाई — 20 फीसदी
सड़क — 3 फीसदी
सांप्रदायिकता — 2 फीसदी
45 फीसदी लोग कोरोना संकट में सरकार की भूमिका से नाखुश
43 फीसदी— संतुष्ट
45 फीसदी — असंतुष्ट
12 फीसदी— कह नहीं सकते
40 फीसदी लोगों ने माना ओबीसी आरक्षण को लेकर कांग्रेस ज्यादा गंभीर
40 फीसदी— कांग्रेस
28 फीसदी— भाजपा
32 फीसदी— दोनों ही पार्टियां राजनीति कर रही हैं
46 फीसदी लोग अपने विधायक के कामकाज से असंतुष्ट
45 फीसदी— संतुष्ट
46 फीसदी— असंतुष्ट
9 फीसदी— पता नहीं
49 फीसदी कोरोना काल में विधायक के कामकाज से नाराज
41 फीसदी— ठीक रहा
49 फीसदी— ठीक नहीं रहा
10 फीसदी— काम औसत ही रहा
47 फीसदी लोगों ने अपने विधायक को ईमानदार माना
47 फीसदी— ईमानदार
30 फीसदी— भ्रष्ट
23 फीसदी— पता नहीं
आपको प्रजा नहीं, नागरिक बनाना है मकसद
मध्यावधि चुनाव-2021 की इस पूरी कवायद के माध्यम से द सूत्र का असल मकसद आपको प्रजा नहीं, नागरिक बनाना है। इसके लिए सभी पाठकों से विनम्र आग्रह है कि आप चुनाव में वोट देकर पांच साल भूलिए मत बल्कि आपका कीमती वोट लेकर जनसेवा (public service) के नाम पर विधानसभा में पहुंचने के वाले अपने नुमाइंदों (public representative) के कामकाज का निरंतर मूल्यांकन करिए। उम्मीद है आप लोकतंत्र (democracy) को स्वस्थ और जीवित बनाए रखने के लिए एक जिम्मेदार औऱ जागरूक नागरिक (responsible citizen) के रूप में यह जरूर करेंगे।