भोपाल। विधानसभा की 34 सीटों वाले ग्वालियर-चंबल (Gwalior Chambal Election Result) अंचल ने 2018 के आम चुनाव में बड़ा उलटफेर किया था। BJP को यहां बड़ा नुकसान हुआ था जिसके चलते पार्टी सत्ता से बेदखल हो गई थी। इस अंचल की मौजूदा स्थिति देखें तो बीजेपी के पास 16 सीटें है तो कांग्रेस (Congress) के पास 17 हैं। एक सीट बीएसपी (BSP) के खाते में है। द सूत्र के मध्यावधि चुनाव (Mid Term Election) के नतीजों के अनुसार यदि अभी चुनाव हो जाए तो ग्वालियर- चंबल (Gwalior Chambal Opinion poll) इलाके में पिछली बार के मुकाबले कोई बड़ा अंतर नहीं आ रहा है। इस बार भी बीजेपी को 16 सीटें ही मिल रही हैं। कांग्रेस को 17 और 1 सीट बीएसपी के ही खाते में गई है। सरकार में इस क्षेत्र से कुल 9 मंत्री आते हैं जिसमें से 7 मंत्री जीत रहे हैं और 2 मंत्री हार रहे हैं। इस अंचल में कुल 8 जिले (ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना (Morena), भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर) आते हैं।
क्षेत्र के 9 मंत्रियों में से 7 जीते, 2 हारे
ग्वालियर - प्रद्युम्न सिंह तोमर, बीजेपी- जीते
दतिया - डॉ. नरोत्तम मिश्रा, बीजेपी - जीते
शिवपुरी - यशोधरा राजे सिंधिया, बीजेपी - जीतीं
अटेर - अरविंद सिंह भदौरिया, बीजेपी - जीते
मेहगांव - ओपीएस भदौरिया, बीजेपी - हारे
ग्वालियर ग्रामीण - भरत सिंह कुशवाह, बीजेपी - जीते
पोहरी - सुरेश राठखेड़ा धाकड़, बीजेपी- हारे
बमोरी - महेंद्र सिंह सिसोदिया, बीजेपी - जीते
मुंगावली- बृजेंद्र सिंह यादव, बीजेपी - जीते
प्रमुख विधानसभा सीटों में ये जीते- ये हारे
श्योपुर बाबू जंडेल कांग्रेस हार
विजयपुर सीताराम आदिवासी भाजपा हार
सबलगढ़ बैजनाथ कुशवाह कांग्रेस जीत
जौरा सूबेदार सिंह रजौधा बीजेपी जीत
सुमावली अजबसिंह कुशवाह कांग्रेस जीत
मुरैना राकेश मावई कांग्रेस जीत
दिमनी रवींद्र सिंह तोमर कांग्रेस हार
अंबाह (SC) कमलेश जाटव भाजपा हार
अटेर अरविंद सिंह भदौरिया बीजेपी जीत
भिंड संजीव सिंह बसपा जीत
लहर डॉ गोविंद सिंह कांग्रेस जीत
मेहगांव ओपीएस भदौरिया बीजेपी हार
गोहद (SC) मेवाराम जाटव कांग्रेस जीत
ग्वालियर ग्रामीण भरत सिंह कुशवाह बीजेपी जीत
ग्वालियर प्रद्युम्न सिंह तोमर बीजेपी जीत
ग्वालियर पूर्व सतीश सिकरवार कांग्रेस हार
ग्वालियर दक्षिण प्रवीण पाठक कांग्रेस जीत
भितरवार लाखन सिंह यादव कांग्रेस हार
डबरा (SC) सुरेश राजे कांग्रेस जीत
सेवड़ा घनश्याम सिंह कांग्रेस जीत
भांडेर (SC) रक्षा संतराम सरोनिया भाजपा जीत
दतिया डॉ. नरोत्तम मिश्रा बीजेपी जीत
करेरा (SC) प्रागीलाल जाटव कांग्रेस हार
पोहरी सुरेश राठखेड़ा धाकड़ बीजेपी हार
शिवपुरी यशोधरा राजे सिंधिया बीजेपी जीत
पिछोर केपी सिंह कांग्रेस जीत
कोलारस बीरेंद्र रघुवंशी बीजेपी जीत
बमोरी महेंद्र सिंह सिसोदिया बीजेपी जीत
गुना (SC) गोपाललाल जाटव बीजेपी हार
चांचौड़ा लक्ष्मण सिंह कांग्रेस जीत
राघौगढ़ जयवर्धन सिंह कांग्रेस जीत
अशोक नगर (SC) जजपाल सिंह जज्जी बीजेपी जीत
चंदेरी गोपाल सिंह चौहान कांग्रेस हार
मुंगावली बृजेंद्र सिंह यादव बीजेपी जीत
आइए अब आपको बताते हैं मध्यावधि चुनाव-2021 के लिए द सूत्र के सवाालों पर ग्वालियर-चंबल अंचल के लोगों की क्या राय है।
51 फीसदी लोगों की पसंद बीजेपी
39 प्रतिशत - कांग्रेस
51 प्रतिशत - भाजपा
4 फीसदी - आप
6 प्रतिशत - अन्य
51 फीसदी लोग बदलना चाहते हैं मुख्यमंत्री का चेहरा
51 फीसदी - बदले मुख्यमंत्री का चेहरा
45 प्रतिशत - शिवराज ही रहें सीएम
4 प्रतिशत - कुछ कह नहीं सकते
54 फीसदी लोगों की नजर में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या
कानून व्यवस्था - 3 फीसदी
बेरोजगारी - 54 फीसदी
भ्रष्टाचार - 18 फीसदी
महंगाई - 20 फीसदी
सड़क - 3 फीसदी
सांप्रदायिकता - 2 फीसदी
48 फीसदी लोग कोरोना संकट में शिवराज सरकार के कामकाज से नाखुश
41 फीसदी - संतुष्ट
48 फीसदी - असंतुष्ट
11 फीसदी - कह नहीं सकते
40 फीसदी की राय में ओबीसी आरक्षण को लेकर कांग्रेस ज्यादा गंभीर
40 फीसदी - कांग्रेस
28 फीसदी - भाजपा
32 फीसदी - दोनों ही पार्टियां राजनीति कर रही हैं
49 फीसदी लोग अपने विधायक के कामकाज से संतुष्ट
43 फीसदी - संतुष्ट
49 फीसदी - असंतुष्ट
8 फीसदी - पता नहीं
47 फीसदी लोग कोरोना संकट में विधायक के कामकाज से नाराज
41 फीसदी- ठीक रहा
47 फीसदी - ठीक नहीं रहा
12 फीसदी - काम औसत ही रहा
43 फीसदी लोगों ने अपने विधायक को माना ईमानदार
43 फीसदी - ईमानदार
32 फीसदी - भ्रष्ट
25 फीसदी - पता नहीं
आपको प्रजा नहीं, नागरिक बनाना है मकसद
मध्यावधि चुनाव-2021 (Thesootr Mid term Election Result) की इस पूरी कवायद के माध्यम से द सूत्र का असल मकसद आपको प्रजा नहीं, नागरिक बनाना है। इसके लिए सभी पाठकों से विनम्र आग्रह है कि आप चुनाव में वोट देकर पांच साल भूलिए मत बल्कि आपका कीमती वोट लेकर जनसेवा (public service) के नाम पर विधानसभा में पहुंचने वाले अपने नुमाइंदों (public representative) के कामकाज का निरंतर मूल्यांकन करिए। उम्मीद है आप लोकतंत्र (democracy) को स्वस्थ और जीवित बनाए रखने के लिए एक जिम्मेदार और जागरूक नागरिक (responsible citizen) के रूप में यह जरूर करेंगे।