इंदौर. जमीन कारोबार (Land Business) में आई तेजी के साथ शहर में डायरी माफिया (Diary Mafia) भी पनपा है। इस पर नकेल डालने के लिए कलेक्टर (Collector) मनीष सिंह ने तैयारी शुरू कर दी है। अब उन प्रॉपर्टी ब्रोकरों (Property Broker) यानी दलालों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है, जो भूखंड या फ्लैट दिलाने के नाम पर जनता को ठगते आये हैं। इसी तरह के एक दलाल प्रवीण अजमेरा के खिलाफ कलेक्टर ने थाना एरोड्रम पर FIR दर्ज करवाई है।
किसी के नाम रजिस्टर्ड थी जमीन, किसी को बिकवाया
अजमेरा ने इंदौर के छोटा बांगड़दा स्थित राजश्री नगर कॉलोनी का एक भूखंड विजय वर्मा और अजय वर्मा को बिकवा दिया। जमीन का यह टुकड़ा पंकज पाटोदी के नाम पर रजिस्टर्ड था। अजमेरा ने इस भूखंड की फर्जी रजिस्ट्री करवा दी और 40 लाख की रकम ऐंठ ली। विजय वर्मा के बेटे जय वर्मा ने पिछले दिनों प्रशासन को शिकायत की थी। इसमें बताया गया कि मौके पर उसे जमीन मिली ही नहीं, उस पर किसी और का कब्जा है।
अजमेरा का मकान जमींदोज होगा
प्रशासन ने पूरे मामले की जांच करवाई और रजिस्ट्री की डिटेल भी निकलवाई। पता चला कि प्रवीण अजमेरा ने 30×50 के प्लॉट को दो टुकड़ों में बेचते हुए दो लोगों को फर्जी रजिस्ट्री करवाई। कलेक्टर ने अजमेरा के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए। अब नगर निगम अमला एरोड्रम रोड स्थित प्रवीण अजमेरा के मकान को भी जमींदोज करेगा। पिछले दिनों अजमेरा और उसके बेटे का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें दोनों बाप-बेटे बीच सड़क पर एक गरीब व्यक्ति को बेरहमी से पीट रहे थे।
दलालों पर सख्त प्रशासन
मामले में कलेक्टर मनीष सिंह का स्पष्ट कहना है कि सभी को नियमानुसार रेरा (Rera) में रजिस्ट्रेशन करवाना चाहिए। उसके बाद ही कोई ब्रोकर का काम कर सकता है। प्रशासन की इस कार्यवाही से डायरी माफिया के साथ ब्रोकरों में भी घबराहट है।