NEW DELHI. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले आज यानी मंगलवार, 19 सितंबर को बेहद खास तस्वीर सामने आई है। दरअसल, मंगलवार को संसद भवन के सेंट्रल हॉल में हुए कार्यक्रम के शुरू होने से पहले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुद आकर सोनिया गांधी से मुलाकात की। वहीं इस तस्वीर के सामने आने के बाद मध्य प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है। हालांकि, बीजेपी में भी चर्चाएं कम नहीं हैं।
सोनिया गांधी से की बातचीत
मंगलवार को संसद भवन के सेंट्रल हॉल में केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आगे बढ़कर सबसे आगे की पंक्ति में बैठीं सोनिया गांधी के पास जाकर उनका अभिवादन किया। सिंधिया ने कुछ देर खड़े रहकर सोनिया गांधी और उनके बगल में बैठे अधीर रंजन चौधरी से बात भी की।
सोनिया गांधी ने अपनी सीट पर दी जगह
बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया बगल की दूसरी वाली पंक्ति में आगे की सीट पर जाकर बैठ गए। कार्यक्रम शुरू होने से पहले सोनिया गांधी के साथ बैठे अधीर रंजन चौधरी और मल्लिकार्जुन खड़गे जब मंच पर चले गए, तब ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी सीट से उठकर सोनिया गांधी की सीट पर आ गए और सोनिया गांधी ने अपनी सीट से खिसक कर सिंधिया को बैठने की जगह दी।
एक ही टेबल पर बैठे सोनिया गांधी और सिंधिया
इसके बाद पूरे कार्यक्रम के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया और सोनिया गांधी एक साथ एक ही टेबल वाली सबसे आगे की सीट पर बैठे रहे। वहीं इस तस्वीर की सियासी गलियारों में खूब चर्चा हो रही है।
सिंधिया का गांधी परिवार पुराना है रिश्ता
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लंबा सियासी सफर कांग्रेस के साथ गुजरा है। इससे पहले ज्योतिरादित्य के पिता माधवराव सिंधिया जीवनभर कांग्रेस से जुड़े रहे। सोनिया और राजीव गांधी से माधवराव के रिश्ते बेहद नजदीकी रहे थे। माधवराव के निधन के बाद ज्योतिरादित्य ने पिता की सियासी विरासत को संभाला है। ज्योतिरादित्य सिंधिया लम्बे समय से कांग्रेस में रहे। ज्योतिरादित्य भी उन नेताओं में शामिल थे, जो गांधी परिवार के बेहद खास माने जाते थे। उनकी और राहुल गांधी की दोस्ती भी काफी मशहूर थी, लेकिन साल 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस से खफा होकर बीजेपी में चले गए थे। वहीं आज की ये तस्वीर सियासी तौर से काफी खास मानी जा रही है।