New Delhi. संसद के दोनों सदनों से महिला आरक्षण बिल को हरी झंडी मिल गई है। विधेयक पर सरकार का ज्यादातर दलों ने समर्थन दिया है। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के साथ ही अब यह कानून बनने वाला है। हालांकि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिल के कानून बनने में लगने वाले समय को लेकर सवाल उठाए हैं। इसी के साथ उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधा है और कहा है कि बीजेपी इस पर राजनीति कर रही है। राहुल ने कहा है कि मुझे अफसोस है कि कांग्रेस के शासनकाल में ये बिल पास नहीं हो सका।
मांग : सरकार सबसे पहले जाति आधारित जनगणना कराए
राहुल गांधी ने कहा, अगर यही चलता रहा तो महिला आरक्षण बिल को कानून बनने में 10 साल लग जाएंगे। उन्होंने कहा, मेरी केवल यही मांग रही है कि सरकार को सबसे पहले जाति आधारित जनगणना करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश को पता लगना चाहिए कि यहां ओबीसी भाई कितने हैं और उन्हें देश चलाने में भागीदारी मिलनी चाहिए।
ओबीसी सांसदों को मूर्ति बनाकर रखा, किसी भी फैसले में शामिल नहीं करते : राहुल
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि संसद में सभी ओबीसी सांसदों को केवल मूर्ति बनाकर रखा हुआ है। उन्होंने कहा कि देश के लिए किसी भी फैसले में इन सांसदों को शामिल नहीं किया जाता है। राहुल ने कहा कि ओबीसी को यह सरकार कोई प्राथमिकता नहीं देती है। उन्होंने कहा कि इसी वजह से जातिगत जनगणना होने से इन युवाओं को अपने अधिकारों को पता लग सकेगा।
कांग्रेस के शासनकाल में बिल न पास होने का दुख
राहुल से जब पूछा गया कि आपकी सरकार के दौरान ये बिल पास नहीं हो सका था, अगर आपकी तत्कालीन यूपीए सरकार कोशिश करती तो 10 साल पहले ही ये पास हो जाता। इस पर राहुल ने कहा कि मुझे अफसोस है कि कांग्रेस के शासनकाल में ये बिल पास नहीं हो सका। हमने कोशिश भी की, लेकिन कुछ दलों ने इसे लागू नहीं होने दिया।