BHOPAL. राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को मध्यप्रदेश से 146 वोट मिले हैं। जबकि विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को सिर्फ 79 वोट मिले हैं। राष्ट्रपति के चुनाव में मतदान करने वाले 5 विधायकों के वोट निरस्त हुए हैं। इससे माना जा रहा है कि कांग्रेस के 96 में से 17 विधायकों ने राष्ट्रपति के चुनाव के लिए बीजेपी नेताओं की अंतरात्मा की आवाज सुनकर यशवंत सिन्हा के बजाय द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की है। इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐसे सभी विधायकों को ह्रदय से धन्यवाद दिया है।
राष्ट्रपति पद के लिए मध्यप्रदेश से श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को भारतीय जनता पार्टी के अतिरिक्त भी वोट मिले हैं।
मैं अन्य दलों के उन विधायक साथियों को, जिन्होंने अंतरात्मा की आवाज पर श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति बनाने के लिए वोट किया है, उनको हृदय से धन्यवाद देता हूं। pic.twitter.com/pEWiY4O50Y
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 21, 2022
मध्यप्रदेश के सभी 230 विधायकों ने डाले थे वोट
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए मप्र विधानसभा में 18 जुलाई को हुए मतदान में प्रदेश के सभी 230 विधायकों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था। गुरुवार (21 जुलाई) को आए राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों के मुताबिक मप्र के 230 विधायकों में से 146 ने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोट डाला। जबकि विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को सिर्फ 79 वोट मिले। मतगणना में 5 विधायकों के वोट निरस्त कर दिए गए।
कांग्रेस के 96 विधायक लेकिन सिन्हा को सिर्फ 79 वोट मिले
विधानसभा में कांग्रेस के अभी 96 विधायक हैं। इस लिहाज से यशवंत सिन्हा को कांग्रेस विधायकों के 96 वोट तो मिलना ही चाहिए थे। लेकिन उनके पक्ष में 79 वोट ही पड़े। इससे स्पष्ट है कि कांग्रेस के 17 विधायकों ने राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोट डाला है। संख्याबल के हिसाब से विधानसभा में बीजेपी के 127 विधायक हैं। इनके अलावा बीएसपी के दो, समाजवादी पार्टी का एक और चार विधायक निर्दलीय हैं।
बीजेपी ने की थी अंतरात्मा की आवाज पर वोट देने की अपील
राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू को चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के उन सभी विधायकों का हृदय से धन्यवाद किया है जिन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर देश के इस सर्वोच्च पद के लिए पहली बार आदिवासी समाज की महिला प्रत्याशी का समर्थन किया है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति पद के लिए मतदान से पहले बीजेपी और उसके नेताओं ने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर एनडीए प्रत्याशी का समर्थन करने का आह्वान किया था।