संजय गुप्ता, INDORE. बीजेपी के गढ़ में कांग्रेस एक बार फिर सेंध लगाने में नाकाम रही। गांव से लेकर शहर की लोकल गवर्नमेंट में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। इंदौर जिला पंचायत के अध्यक्ष चुनाव में बीजेपी की रीना मालवीय 12 वोट के साथ एकतरफा जीती और कांग्रेस प्रत्याशी को केवल पांच वोट मिले। इसके पहले सांवेर, देपालपुर, महू जनपद में भी बीजेपी को कोई चुनौती नहीं मिली, वो सभी जगह अपने अध्यक्ष बनवाने में कामयाब रही।
कांग्रेस की एक जनपद की उम्मीद भी टूटी
कांग्रेस को उम्मीद केवल इंदौर जनपद से थी, जहां वो पांच साल से सत्ता में काबिज भी थी और इस बार भी उसके पास 25 में से 13 समर्थक मौजूद थे। लेकिन बीजेपी ने पहले अपने समर्थकों को बचाते हुए उन्हें तीर्थ दर्शन के लिए भेज दिया, वहीं कांग्रेस मुगालते में रही और उसके कब दो समर्थक टूट गए, पता भी नहीं चला। जब 27 जुलाई को रिजल्ट आया तो बीजेपी प्रत्याशी विश्वजीत सिसोदिया यहां 14 वोट लेकर चुनाव जीत गए। कांग्रेस हाथ मलती रह गई।
नगर निगम चुनाव में भी जीत नहीं हो रही नसीब
इसके पहले 13 जुलाई को आए नगर निगम चुनाव के रिजल्ट में कांग्रेस को बहुत उम्मीद थी कि वो जीत जाएगी और नहीं भी जीती तो लीड 25-30 हजार वोट से ज्यादा नहीं होगी, लेकिन जब ईवीएम खुली तो कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला एकतरफा 1 लाख 33 हजार वोट से हार गए, यहां तक खुद की विधानसभा भी नहीं बचा सके। बीजेपी के नए युवा चेहरे पुष्यमित्र भार्गव ने चौंकाने वाली जीत दर्ज कर दी।
इस हिसाब से तो कांग्रेस को 9 में से एक सीट ही मिलेगी।
बीजेपी के पक्ष में 8-1 होगा स्कोर
यदि पूरे जिले के चुनाव को देखा जाए तो गांव हो या शहर कांग्रेस के पास ले-देकर थोड़ी खुशी वाली बात विधानसभा पांच से ही मिली है, जिसमें करीब साढ़े पांच हजार वोट उसे बीजेपी से अधिक मिले। बीजेपी के लिए बीते विधानसभा चुनाव में ही यहां मुश्किल रही थी और मात्र 1100 वोट से महेंद्र हार्डिया चुनाव जीत सके थे। जिले में कुल 9 विधानसभा सीट है इसमें शहर में विधानसभा एक से पांच तक, आधी शहरी और आधे गांव वाली राउ सीट और ग्रामीण में महू, सांवेर और देपालपुर सीट। अभी की स्थिति में कांग्रेस के पास देपालपुर, विधानसभा एक और राउ सीट ही हाथ में हैं। लेकिन गांव और शहर सरकार के रिजल्ट देखें तो इस हिसाब से 9 सीटों में से कांग्रेस के पास से विधानसभा एक, देपालपुर और राउ तीनों ही निपटती दिख रही है, केवल विधानसभा पांच ही आते दिख रही है, यानि स्कोर बीजेपी के पक्ष में 8-1 से जाएगा।