याज्ञवल्क्य, रायपुर. खैरागढ़ उपचुनाव में जैसे-जैसे वोटिंग की तारीख आ रही है, बयानों में तल्खी और तेवरों में तेजी के साथ शराब-साड़ी को पकड़ने की खबरें आने लगी हैं। तीखे तेवरों के साथ एकजुट दिखती बीजेपी की ओर से चुनाव आयोग को आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत भेजी गई है। जिनके खिलाफ यह शिकायत है, उनमें शासकीय अधिकारी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम शामिल हैं।
चुनाव प्रचार में सीएम बेहद सक्रिय
70 विधायकों के साथ-साथ प्रदेश से लेकर विभिन्न जिलों के संगठन से जुड़े लोगों की उपस्थिति और जिला बनाने की सशर्त घोषणा ने भी कांग्रेस को शायद निश्चिंत नहीं किया है। लिहाजा खुद मुख्यमंत्री बघेल लगातार इस क्षेत्र में मौजूद है। 4 दिन के बैक टू बैक कार्यक्रमों जिनमें 20 सभाएं, विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन शामिल हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का खैरागढ़ प्रवास जारी है। वे कई इलाकों में सभाएं ले रहे हैं और आज वे छुई खदान और खैरागढ़ में रोड शो भी करेंगे।
हमर भांचा राम कार्यक्रम विवादों में
मुख्यमंत्री बघेल की 10 अप्रैल को कुमार विश्वास की मौजूदगी में राम पर केंद्रित “हमर भांचा राम” कार्यक्रम में उपस्थिति होनी है। बीजेपी ने इस उपस्थिति पर आपत्ति जताते हुए इसकी शिकायत केंद्रीय चुनाव आयोग और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (छत्तीसगढ़) से की है। बीजेपी ने शिकायत में कार्यक्रम को आचार संहिता का उल्लंघन बताया है। खैरागढ़ में 12 अप्रैल को मतदान है, 10 अप्रैल के शाम 5 बजे से चुनाव प्रचार का शोर थम जाएगा। यह कार्यक्रम शाम 8 बजे से शुरू होगा।
बीजेपी ने अपनी आपत्ति में यह दावा किया है कि जिस श्रीराम वन गमन परिपथ समिति छुई खदान का उल्लेख किया है, उसका कोई अस्तित्व नहीं है। इस समिति का कोई रजिस्ट्रेशन नंबर और पदाधिकारियों के नाम भी कहीं उपलब्ध नहीं है। जबकि इसके बैनर-पोस्टर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी है, मुख्यमंत्री बघेल इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हैं।
आगे क्या?
बीजेपी की इस शिकायत पर आयोग की ओर क्या होना है, यह अभी तक कुछ स्पष्ट नहीं है। बहरहाल 8 अप्रैल की रात बीजेपी कार्यकर्ताओं ने खैरागढ़ थाने में रात गुजारी। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बड़ी मात्रा में साड़ी और शराब को पकड़ा और कार्रवाई की मांग पर अड़ गए थे। जैसे-जैसे मतदान की तारीख करीब आएगी, संकेत है कि विवाद और तनाव की खबरें बढ़ेंगी।