BHOPAL. टिकट वितरण में परिवारवाद, दागियों और लगातार हारने वालों को चुनाव मैदान से दूर करने के बाद बीजेपी ने अब बागियों पर तलवार घुमाना शुरू कर दिया है। लंबी मान-मनोव्वल और समझाइश के बाद भी मैदान न छोड़ने वालों को बीजेपी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। सबसे ज्यादा बगावत का सामना बीजेपी को रीवा में करना पड़ रहा है। यहां रीवा शहर सहित जिले भर में 74 बागियों को पार्टी ने निष्कासित कर दिया है। वहीं नाम वापसी की तारीख खत्म होने के बाद से अब तक करीब 300 बागियों के खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई कर चुकी है।
बीजेपी को करना पड़ रहा बगावत का सामना
नगरीय निकाय चुनावों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा के साथ ही बीजेपी को बगावत का सामना करना पड़ रहा है। पहले तो कार्यकर्ताओं की नाराजगी के कारण बीजेपी इस बार कई नगर निगमों के प्रत्याशी ही अंतिम समय तक तय नहीं कर पाई थी। कई जगह नाम वापसी तक बी-फार्म जारी किए गए। अब पहले चरण में केवल दो दिन बचे हैं। पहले चरण का प्रचार भी कल समाप्त हो जाएगा। मगर अभी भी अधिकांश नगरीय क्षेत्रों में पार्टी को अपने ही बागियों से सामना करना पड़ रहा है।
बागियों को मनाया, नहीं माने तो निष्कासन की कार्रवाई
बीजेपी ने सभी जिलों और संभागों के प्रभारियों को भेजकर बागियों को मनाने की कोशिश की थी। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा सहित कई प्रदेश पदाधिकारियों ने भी बागियों से बात करके मैदान छोड़ने की समझाइश दी थी। बावजूद इसके प्रदेश भर में करीब 250 वार्डों में बीजेपी के बागी नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषद के चुनावों में डटे हुए हैं। जिलावार रिपोर्ट तलब करने के बाद पार्टी ने इन बागियों पर सख्ती दिखाते हुए निष्कासन की कार्रवाई तेज कर दी है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, कटनी, सागर, सिंगरौली, खंडवा के बाद पार्टी रीवा नगर निगम और निकायों के बागियों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
अब तक 250 से ज्यादा बागियों पर कार्रवाई
अब तक प्रदेश में 250 से ज्यादा बागियों पर बीजेपी कार्रवाई कर चुकी है। जिन नगरीय निकायों में दूसरे चरण में मतदान होना है, वहां के जिलों की सूची भी जल्द जारी हो सकती है। अब तक सबसे अधिक बगावत रीवा जिले में सामने आई है। बीजेपी ने रीवा के 74 बागियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इनके अलावा भोपाल के 14, इंदौर के 30, कटनी के 19, जबलपुर के 15, मंदसौर 14, अनूपपुर 19, विदिशा के 41 नेताओं और कार्यकर्ताओं को बाहर पार्टी से निष्कासित किया गया है।
अब भितरघातियों पर भी गिरेगी गाज
बागियों पर कार्रवाई करने के साथ ही बीजेपी ने भितरघातियों की जानकारी भी लेना शुरू कर दी है। भितरघात की आशंका वाले सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही जिला और प्रदेश कार्यालय भी शिकायत भी पहुंचने लगी है। मिशन 2023 की दबे पांव तैयारी कर रही बीजेपी भितरघात करने वालों के खिलाफ भी कोई नरमी बरतने के मूड में नहीं है। माना जा रहा है कि ऐसे तमाम लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।
कांग्रेस भी निर्दलीयों से परेशान, कार्रवाई पर चुप्पी
दूसरी ओर कांग्रेस इस मामले को वेट एंड वॉच की मुद्रा अपनाए हुए है। जबकि ऐसा नहीं है कि कांग्रेस में बगावती एक भी न हो। भोपाल में ही नए और पुराने शहर के दर्जन भर से ज्यादा वार्डों में कांग्रेस के बागी ही अधिकृत प्रत्याशी को चुनौती देते फिर रहे है। महापौर पद पर ही विभा पटेल के सामने दो बागी प्रत्याशी खड़ी हुई हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता भी इन बागियों से चर्चा कर चुके है। मगर अब सभी ने पल्ला झाड़ लिया है। न तो कोई बागी पार्षद प्रत्याशियों से चर्चा की जा रही है और न मेयर प्रत्याशी के रास्ते के कांटे ही हटाए जा रहे हैं। बागियों पर कार्रवाई की मांग भी प्रत्याशी कर रहे हैं। बावजूद इसके पार्टी इस मामले में हाथ बांधकर बैठ गई है। इसे भी चुनाव बाद की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि चुनाव के बाद किसी को नहीं छोड़ा जाएगा। वहीं कुछ नेताओं का दबी जुबान में कहना है कि पार्टी सभी पर नजर रखे हुए है, यदि बागी प्रत्याशी बीजेपी को हरा कर विजयी होते है तो इनके साथ अलग रणनीति अख्तियार की जा सकती है। अमूमन यही स्थिति भितरघातियों के साथ भी है। चुनाव बाद कार्रवाई होना निश्चित है, लेकिन फिलहाल भितरघाती और बागी पार्टी के प्रत्याशी की खुलकर परेशानी बढ़ाने का काम कर रहे हैं।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
बीजेपी के प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी का कहना है कि पार्टी किसी भी स्तर पर अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेगी। जिलों से जिन लोगों की शिकायत आई थी, उन्हें मौका दिया गया था और हर स्तर पर समझाइश भी दी गई थी। बावजूद इसके जो पार्टी का नुकसान कर रहे हैं, उनके खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई की जा रही है। भितरघातियों को भी कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने वालों पर सख्त कार्रवाई करने की हिदायत दी है। चुनाव के बाद भी किसी की शिकायत मिलती है तो पार्टी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने में गुरेज नहीं करेगी। नोटिस जारी कर शिकायती लोगों से जवाब तलब किया जाएगा। भितरघात के पुख्ता प्रमाण मिलने पर सख्तीपूर्वक कार्रवाई की जाएगी।