भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने गोरखपुर सदर सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की है। इसी सीट से सीएम योगी आदित्यनाथ मैदान में हैं। ऐसे में चंद्रशेखर और योगी के बीच आने वाले चुनाव में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है।
सपा के साथ गठबंधन में नहीं बनी बात: गोरखपुर सदर से साल 2017 में भाजपा के राधा मोहन दास अग्रवाल ने 60 हजार के अंतर से जीत दर्ज की थी। यह सीट 1989 से भाजपा के पास है। वही चंद्रशेखर आजाद बीते बहुत वक़्त से सपा के साथ समझौते का प्रयास कर रहे थे। उन्होंने इल्जाम लगाया है कि समाजवादी पार्टी उन्हें उतने सीटें नहीं दे रही है, जितने की उन्होंने मांगी थीं। अब उन्होंने कहा है कि सपा अब उन्हें 100 सीटें दो तो भी उनसे समझौता नहीं करेगी।
कौन है चंद्रशेखर आजाद: छुटमलपुर के पास स्थित गांव घड़कोली के रहने वाले चंद्रशेखर आजाद ने एलएलबी की पढ़ाई देहरादून से की है। वर्ष 2015 में भीम आर्मी भारत एकता मिशन का गठन किया गया था, जिसके वह संस्थापक हैं। मई 2017 में जब शब्बीरपुर गांव में जातीय हिंसा हुई तो भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर सुर्खियां बटोरीं थीं। जेल से रिहा होने के बाद चंद्रशेखर ने मिशन जारी रखा और दलितों के खिलाफ होने वाले मामलों में कार्रवाई की मांग उठाते रहे।
चंद्रशेखर आजाद ने आजाद समाज पार्टी का गठन एक साल पूर्व ही किया। इसके बाद यूपी के विभिन्न सीटों पर हुए उपचुनाव के दौरान बुलंदशहर सीट से अपना प्रत्याशी भी उतारा। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद अब विधानसभा चुनाव में भी प्रत्याशी उतार रहे हैं।