नई दिल्ली. 16 अक्टूबर को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक चल रही है। सोनिया गांधी फिलहाल पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष (Interim President) अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने पार्टी के असंतुष्ट नेताओं के समूह G-23 को जवाब दिया। सोनिया ने शुरुआती संबोधन में कहा कि यदि आप मुझे ऐसा कहने की अनुमति देते हैं तो मैं यही कहती हूं कि मैं ही कांग्रेस की फुल टाइम अध्यक्ष (Full Time President) हूं, मीडिया के जरिए बात करने की जरूरत नहीं है।सोनिया ने ये भी कहा कि हमने कभी भी जन महत्व (Public Interest) के मुद्दों पर टिप्पणी (Comment) करने से इनकार नहीं किया। पार्टी में संगठन चुनाव पर सोनिया ने कहा कि संगठन चुनाव का पूरा खाका आपके सामने आ रहा है। कुछ ही दिन पहले कपिल सिब्बल ने कहा था कि कांग्रेस के फैसले कौन लेता है, ये समझ नहीं आता।
कौन हैं G-23?
पिछले साल कांग्रेस के G-23 ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर पार्टी में बड़े बदलावों और असरदार नेतृत्व की जरूरत बताई थी। इनमें आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद भी शामिल थे। G-23 के कई नेता सोनिया को याद भी दिला चुके हैं कि जमीनी स्तर पर अभी तक कोई बदलाव नहीं हुआ। कांग्रेस का ग्राफ लगातार नीचे की तरफ जा रहा है।
अंदरूनी कलह से निपटना बड़ी चुनौती
कांग्रेस को पंजाब, छत्तीसगढ़ में में अंदरूनी कलह के चलते संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसी के चलते बीते एक साल में कई बड़े नेता पार्टी का साथ छोड़ चुके हैं या दूरी बना चुके हैं। राहुल गांधी के करीबी रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले साल कांग्रेस छोड़कर BJP में चले गए, तो इस साल यूपी में जितिन प्रसाद BJP में शामिल हो गए।