भोपाल. त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल और बीजेपी (BJP) के दिग्गज नेता कप्तान सिंह सोलंकी (Kaptan singh solanki) ने मध्यप्रदेश विधानसभा में शब्दों की आचार संहिता लागू होने के बाद सरकार से सवाल पूछा है। उन्होंने बुधवार को ट्वीट कर लिखा कि संसद के बाहर अमर्यादित शब्दों का प्रयोग कौन रोकेगा। जनमत, राजनेता या फिर न्यायालय। जिसकी रोकनी की जिम्मेदारी है। वो तो जातियों में बंटा है। इसके अलावा उन्होंने खराब सड़कों से मौतों के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
राजनेता वोट के लालच में फंसे
कप्तान ने लिखा कि संसद (parliament) के अंदर और बाहर अमर्यादित शब्दों का प्रयोग और आचरण का प्रदर्शन कौन रोकेगा? जनमत ,राजनेता या फिर न्यायालय। जनमत जातियों में बंट रहा है। राजनेता वोट के लालच में फंसे हैं। यदि न्यायालय करता है तो स्वस्थ और सभ्य समाज पर प्रश्न चिन्ह लगेगा।
सड़कों के गड्ढों से एक साल में तीन हजार मौतें
सोलंकी ने एक और ट्वीट कर लिखा कि सड़कों पर गड्ढों के कारण एक साल में तीन हजार से ज्यादा मोतें हुईं। इन्हें मुआवजा मिलना चाहिए और स्मार्ट इंडिया के लिए स्मार्ट सड़कों की योजना बननी चाहिए।