SINGRAULI. राजनीति, गिरगिट के जैसे रंग बदलती है, इसकी बानगी जिले की देवसर जनपद पंचायत में देखने को मिली कांग्रेस के समर्थन पर जनपद सदस्य और अध्यक्ष का चुनाव जीतने वाले प्रणव पाठक ने कांग्रेसियों के जश्न के बीच अचानक बीजेपी के जिला कार्यालय पहुंच गए। यहां केसरिया बाना धारण कर प्रणव ने सबको चौंका दिया। काबिल- ए- गौर हो कि प्रणव ने 27 जुलाई को बीजेपी के समर्थित ध्रुवेन्द्रनाथ चतुर्वेदी को एक मत से पराजित कर अध्यक्ष निर्वाचित हुए और फिर खुद बीजेपी के सदस्यता ले भगवा रंग में रंग गये। माना जा रहा है कि प्रणव के इस पाला बदल अभियान के सारथी सिहावल के पूर्व बीजेपी विधायक विश्वामित्र पाठक हैं जिन्होंने प्रणव को भाजपा कार्यालय सिंगरौली लाकर भारतीय युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष पांडे एवं जिला अध्यक्ष वीरेंद्र गोयल के हाथों भाजपा की सदस्यता दिलाई। प्रणव द्वारा यह कदम उठा लेने के बाद अब बैढ़न जनपद पंचायत में कांग्रेस समर्थित व देवसर जनपद पंचायत में बीजेपी समर्थित अध्यक्ष होना माना जा सकता है।चितरंगी का चुनाव आज 28 जुलाई को होना निर्धारित है।
प्रणव बोले-..लेकिन आज भी मैं कांग्रेसी हूं
उधर इस तमाम राजनीतिक उठा-पटक के बाद प्रणव पाठक ने सोशल मीडिया के मार्फत चौकाने वाला बयान जारी करते हुए कहा है कि जनपद अध्यक्ष पद के लिये भाजपा के वरिष्ठ नेताओं एवं जनपद सदस्यों का सहयोग मिला। उसी सिलसिले में सौहार्द भेंट मुलाकात हुई। जिसको राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। मैं ना तो कांग्रेस पार्टी छोड़ा हूँ और न ही भाजपा की सदस्यता लिया हूँ। प्रणव के इस बयान को लेकर भी चर्चाएं शुरू हो गई है और मायने निकाले जाने लगे हैं कि शायद वह क्रॉस वोटिंग के रूप में मिली मदद का आभार जताने बीजेपी के दफ्तर पहुंचे थे।