दिल्ली. राजधानी दिल्ली में कांग्रेस G-23 ग्रुप के नेताओं की बैठक शुरू हो गई है। यह बैठक कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के घर पर आयोजित की जा रही है। मीटिंग में कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी, पूर्व कानून मंत्री कपिल सिब्बल, हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और आनंद शर्मा समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद हैं। बता दें कि इससे पहले G-23 के नेताओं ने पांच राज्यों की हार के बाद बैठक की थी। उस बैठक में जी-23 के नेताओं ने कांग्रेस में बदलाव की मांग उठाई थी।
सिब्बल के घर पर होनी थी बैठक: इससे पहले चर्चा के लिए कांग्रेस के बागी नेताओं ने कपिल सिब्बल के घर को चुना था। लेकिन नेताओं की यह राय थी कि वह नहीं चाहते थे कि यह संदेश जाए कि कपिल सिब्बल ने जो बयान दिया है, उसका G-23 के बाकी नेता भी समर्थन करते हैं।
विधानसभा चुवान के बाद दूसरी बैठक: पांच राज्यों में मिली हार के बाद यह G-23 गुट की दूसरी बैठक है। इससे पहले 11 फरवरी को गुलाम नबी आजाद के घर पर बैठक हुई थी। इस बैठक में कपिल सिब्बल और मनीष तिवारी भी शामिल हुए थे। इस बैठक में कांग्रेस आलाकमान से पार्टी अध्यक्ष की मांग की गई थी।
सिब्बल ने गांधी परिवार को घेरा था: विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने 14 मार्च को कहा था कि गांधी परिवार के लोगों को अब साइड होकर दूसरे नेताओं को नेतृत्व का मौका देना चाहिए। उन्होंने यहां तक कह डाला था कि 'घर की कांग्रेस' की जगह 'सब की कांग्रेस' होनी चाहिए। इसके बाद कांग्रेस का दूसरा गुट कपिल सिब्बल पर हमलावर हो गया।
सीडब्ल्यूसी में ये फैसला हुआ था: इससे पहले कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने हालिया विधानसभा चुनावों में पार्टी की करारी शिकस्त पर 13 मार्च को मंथन करने के साथ ही पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से आग्रह किया गया कि वह संगठनात्मक चुनाव संपन्न होने तक अध्यक्ष बनी रहें। पार्टी को मजबूत बनाने के लिए जरूरी कदम उठाएं। सीडब्ल्यूसी की बैठक में यह फैसला भी किया गया कि संसद का बजट सत्र खत्म होते ही ‘चिंतन शिविर' का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।