Singrauli.नगर निगम सिंगरौली की अनारक्षित महापौर सीट पर कांग्रेस ने अरविंद सिंह चंदेल के नाम की घोषणा कर सामान्य वर्ग के बीच राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है। इसके बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि मतदाताओं की तासीर को देखते हुए भाजपा ब्राह्मण वर्ग या फिर जनसंख्या के आधार पर ओबीसी वर्ग से अपना प्रत्याशी बना सकती है। भारतीय जनता पार्टी की ओर से ब्राह्मण वर्ग से गिरीश द्विवेदी, विनोद द्विवेदी या फिर ओबीसी बाहुल्य को देखते हुए ओबीसी वर्ग से पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष रामनिवास शाह और पूर्व ननि अध्यक्ष चंद्रप्रताप विश्वकर्मा की प्रबल दावेदारी मानी जा रही है।
विधायक का परिवार या फिर पूर्व जिलाअध्यक्ष
चर्चाओं के अनुसार एक संभावना यह बन रही है कि कांग्रेस की तर्ज पर सिंगरौली विधायक रामलल्लू वैश्य या फिर उनके परिवार से किसी चेहरे को सामने लाया जा सकता है लेकिन भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा बनाई गई गाइडलाइन को देखते हुए यह संभावना फिलहाल क्षीण ही प्रतीत हो रही है। सिंगरौली भाजपा के नेताओ की जहां धडक़नें बढ़ गई हैं वहीं राजनीति फिजा काफी गर्म है। ब्राह्मण वर्ग से ही यदि वरिष्ठता व अनुभव के आधार पर पार्टी किसी को मौका देने के बारे में विचार करती है तो पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष व वरिष्ठ नेता गिरीश द्विवेदी के नाम की घोषणा हो सकती है। श्री द्विवेदी ने अपनी दावेदारी सार्वजनिक तो नहीं की है लेकिन सूत्र बता रहे हैं की पार्टी में इनकी प्रबल दावेदारी है।
ओबीसी वर्ग से दो बड़े चेहरे
कांग्रेस द्वारा क्षत्रिय वर्ग के अरविन्द सिंह चंदेल को टिकट देने के बाद यह भी माना जा रहा है कि भाजपा ने ब्राह्मण वर्ग तो पक्का है की ओबीसी वर्ग में से पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राम निवास शाह का नाम मुख्य रूप से उभर कर सामने आ रहा है। जबकि दूसरे स्थान पर नगर पालिक निगम के पूर्व चंद्रप्रताप विश्वकर्मा प्रबल दावेदारी मानी जा रही है। चर्चा है कि भाजपा रविवार तक सिंगरौली महापौर के नाम की घोषणा कर सकती है।
कांग्रेस के प्रत्याशी को जानिए ....
अरविंद ने राजनीतिक कॅरियर की शुरूआत जमीनी स्तर से की है। कांग्रेस से महापौर प्रत्याशी अरविंद एनएसयूआई के अध्यक्ष, महामंत्री और संगठन मंत्री रहे। इसके अलावा युवक कांग्रेस के सचिव, ब्लाक कमेटी में महामंत्री और शहर अध्यक्ष रहे। समाज शास्त्र और राजनीति शास्त्र में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की है। वर्तमान में शहर कमेटी के अध्यक्ष हैं। हालांकि नगर निगम क्षेत्र में ठाकुर बिरादरी के वोट कम हैं। वर्ष 2018 में निर्दलीय विधायक का चुनाव भी लड़ चुके हैं। उस समय पांचवें नंबर थे और 13876 वोट मिले थे। कांग्रेस ने तब के विधानसभा चुनाव में रेणु शाह को प्रत्याशी बनाया था। रेणु को 32980 वोट मिले थे और दूसरे नंबर पर रहीं। रेणु बसपा से महापौर भी रहीं हैं।