सदस्यता में कांग्रेस 6 महीने चली अढ़ाई कोस, बुंदेलखंड के लोगों की रुचि नहीं

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सदस्यता  में कांग्रेस 6 महीने चली अढ़ाई कोस, बुंदेलखंड के लोगों की रुचि नहीं

अरुण तिवारी, Bhopal. एक तरफ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ मिशन 2023 फतह करने के लिए संगठन में हवा भर रहे हैं तो दूसरी तरफ सदस्यता अभियान की हवा निकल रही है। कांग्रेस का पूरा सदस्यता अभियान छह महीने चले अढ़ाई कोस साबित हो रहा है। संगठन के सामने प्रदेश का जनमत संग्रह सामने आ गया है। कमलनाथ की मंशा प्रदेश में 65 लाख सदस्य बनाने की थी लेकिन उन्होंने पार्टी नेताओं के सामने 50 लाख सदस्य बनाने का ही लक्ष्य रखा था। लेकिन कांग्रेस की फौज इस लक्ष्य को भी नहीं पा सकी। आधे सदस्य बनाने में ही उसकी सांसें फूल गईं। बुंदेलखंड अंचल में कांग्रेस की सदस्यता बहुत कमजोर रही है। कांग्रेस का सदस्यता अभियान नवंबर 2021 में शुरु हुआ था जो 15 अप्रैल 2022 तक चला।  पहले इस अभियान की तारीख 31 मार्च थी जो बढ़ाकर 15 अप्रैल की गई थी। 



बुंदेलखंड में निकली हवा



मध्य प्रदेश में कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव के लिए सदस्यता अभियान खत्म हो गया है। जिलों से सदस्यता की रसीदें प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जमा हो रही हैं। कांग्रेस के अंदरुनी सूत्रों की मानें तो कांग्रेस की बुंदेलखंड में पैठ कम होती जा रही है। बुंदेलखंड के पन्ना जिले में पार्टी के प्रति लोगों की रुचि बेहद कम हुई है। इस जिले में महज 17 हजार सदस्य ही बन पाए हैं। यही स्थिति सागर जिले की है। इस इलाके से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सरकार के कद्दावर मंत्री गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह और गोविंद सिंह राजपूत आते हैं। भार्गव के रहली, भूपेंद्र सिंह के खुरई और राजपूत के सुरखी क्षेत्र में कांग्रेस की सदस्यता बेहद ही कम हुई है। रहली व सुरखी में आंकड़ा चार-चार हजार भी नहीं पहुंचा है। 



सदस्य बनने में बड़े शहरों के बाशिंदों की न



 कांग्रेस सदस्यता अभियान को देखें तो प्रदेश के चार प्रमुख शहर भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर में करीब सवा पांच लाख सदस्य बने हैं। इसमें सबसे ज्यादा जबलपुर जिले में करीब डेढ़ लाख लोग कांग्रेस के सदस्य बने हैं तो भोपाल में सवा लाख, इंदौर में एक लाख 40 हजार और ग्वालियर में एक लाख 10 हजार लोगों ने कांग्रेस की सदस्यता ली है। मगर इन बड़े जिलों की तुलना में छोटे जिले सतना, दतिया, राजगढ़, रीवा में तीन लाख लोगों ने कांग्रेस की सदस्यता ली है। सतना में 85000, दतिया में 80000, राजगढ़ में 85000 और रीवा में 67000 लोग कांग्रेस के सदस्य बने हैं।



कांग्रेस के बड़े—बड़े दावे 



मध्य प्रदेश कांग्रेस के सदस्यता प्रभारी और पीसीकी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रकाश जैन का दावा है कि पार्टी के अब तक 27 लाख सदस्य बनने का रिकॉर्ड पीसीसी के पास पहुंच गया है। अभी कुछ जिला कांग्रेस कमेटियों से सदस्यता की रसीद की किताबें नहीं मिली हैं। सागर जिले की सुरखी, रहली व खुरई विधानसभा सीटों की किताबें जिला कांग्रेस कमेटी से प्राप्त नहीं हुई हैं।



परफॉर्मेंस पर कमलनाथ की नजर



सदस्यता अभियान के लिए कमलनाथ ने विधायकों और जिला अध्यक्षों को अहम जिम्मेदारी सौंपी थी। सदस्यता की संख्या के आधार पर इनका परफॉर्मेंस तय किया जा रहा है। कमलनाथ ने पीसीसी को इस संबंध में रिपोर्ट बनाने को कहा है। इस अधार पर जिनका परफॉर्मेंस कमजोर रहेगा उन पर गाज गिर सकती है। वहीं जिन विधायकों ने इसमें रुचि नहीं दिखाई उनकी टिकट पर भी तलवार लटक सकती है। 


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