Satna. पंचायत राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल(Minister of State for Panchayat Ramkhelawan Patel) के गृह जिले सतना में ग्रामसभा के दौरान हंगामा कर दलित महिला सरपंच(Dalit women sarpanch) और पंचों के साथ दबंगों ने मारपीट की। इस मामले में नादन पुलिस का आरोपियों के प्रति उदार रवैया भी सामने आया है। पुलिस ने 4 आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा तो दर्ज किया, लेकिन बाद में उन्हें धारा 151 के तहत पेश कर रिहाई का रास्ता भी दिखा दिया। उधर इस मामले ने तूल भी पकड़ लिया है। रैगांव और मैहर विधायक(Raigaon and Maihar MLA) दलित सरपंच के समर्थन में उतर आए हैं। मैहर विधायक(Maihar MLA Narayan Tripathi) नारायण त्रिपाठी ने कहा कि एसटी एससी(ST SC), उपेक्षित वर्ग के साथ अन्याय बर्दास्त नहीं किया जाएगा। विधायक ने सांसद और मंत्री के खिलाफ भी जमकर हमला बोला। साथ ही कहा कि इस मामले में जिले के आला अधिकारी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने मामूली धाराएं लगाकर आरोपियों को बचाने की तैयारी की जा रही है। जरियारी गांव मे एससी महिला सरपंच के साथ हुई मारपीट, छीनाझपटी की घटना की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री और सांसद के दबाव में पुलिस ने दलितों पर अत्याचार करने वालों का साथ देकर भाजपा सरकार के खिलाफ बड़ा षड्यंत्र रचा है। अगर आरोपियों को पुनः गिरफ्तार कर जेल न भेजा गया तो बड़ी लड़ाई का आगाज होगा और खामियाजा प्रशासनिक- पुलिस अफसरों को भी भुगतना होगा।
मंत्री और सांसद पर भी साधा निशाना
उन्होंने कलेक्टर, एसपी सहित सांसद और मंत्री को आड़े हाथों लिया है। विधायक त्रिपाठी ने कहा कि वह व्यक्ति जिसके ऊपर गांजा तश्करी का मुकदमा दर्ज हो, मुम्बई से आने वाली ड्रायफ्रूट तस्करी में संलिप्त रहा हो वह कुछ गुंडो के साथ गांव में आयोजित ग्रामसभा में एससी वर्ग की सरपंच के साथ मारपीट छीनाझपटी करता है, उस पर सख्त कार्रवाई के बजाय मामूली धाराओं में मामला दर्ज किया गया। मंत्री के दबाब में आरोपी को बचाने के लिए एसपी और कलेक्टर पर दबाब बनाकर आरोपी के विरुद्ध 151 के तहत मामला दर्ज कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इस तरह के कृत्यों से कहीं न कही क्षेत्र में अपराध को बढ़ावा मिलेगा क्षेत्र में अशांति फैलेगी जिसे हरगिज बर्दास्त नही किया जाएगा। विधायक त्रिपाठी ने घटना को लेकर सख्त रुख अपनाते हुए मांग की है कि आरोपियों को पुनः गिरफ्तार कर जेल भेजा जाना चाहिए नहीं तो एससी बेटी को न्याय दिलाने के लिए बड़ी लड़ाई का आगाज पूरे प्रदेश में किया जाएगा।
रैगांव विधायक कल्पना वर्मा ने भी जताया विरोध
उन्होंने कहा कि कहा कि दलित महिला के साथ जिस तरीके से शासकीय कार्यक्रम के दौरान व्यवहार किया गया है वह न केवल निर्वाचित जनप्रतिनिधि का अपमान है बल्कि महिला समाज का अपमान है। ऐसे लोगो को तत्काल सलाखों में होना चाहिये लेकिन उन पर रहम किया जा रहा। कल्पना वर्मा ने चेताया कि कल सुबह तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो उग्र महिला आंदोलन के लिए प्रशासन तैयार हो जाए।
विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने भी दी आंदोलन की चेतावनी
इस घटना को लेकर सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने भी नाराजगी जताई है। उन्होंने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह मामला शिवराज सरकार की लाचार कानून व्यवस्था को दर्शाता है। महिला सुरक्षा की बात करने वाली भाजपा ने अपनों को संरक्षण देने का कार्य किया है। यदि आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।
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राजनैतिक दबाव की चर्चा जोरों पर
इस मामले में पुलिस पर राजनैतिक दबाव में काम करने के आरोप भी लग रहे हैं। क्षेत्र में चर्चा है कि सत्ता के दबाव में पुलिस ने दलित महिला सरपंच और पंचों के साथ हुई इस बड़ी घटना पर गंभीरता नहीं दिखाई। बताया जाता है कि आरोपी छोटू पटेल के ऊपर लूट, वाहन चोरी, मारपीट के कई मामले दर्ज हैं। आरोपी छोटू पटेल उस सामाजिक संगठन का जिला पदाधिकारी है, जिसके प्रदेशाध्यक्ष पंचायत राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल हैं।
लगातार बढ़ रहे जातिवाद के मामले
जातिवाद के लिए सतना जिला लगातार बदनाम होता जा रहा है। यहां एक बार फिर दबंगों द्वारा दलितों के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। इतना ही नहीं दबंगों ने ग्राम सभा के दौरान दलित महिला सरपंच को भी लाठियों से पीटा। इस दौरान बीच बचाव करने आए दलित महिला पुरुषों की भी लात जूतों से की पिटाई की गई। मामला मैहर के नादन देहात थाना अंतर्गत ग्राम जरियारी का है, जहां पर शासन के निर्देशों के तहत शुक्रवार को ग्रामसभा का आयोजन किया गया था। आरोप है कि इसी दौरान नवनिर्वाचित सरपंच ललिता बौद्ध के साथ गांव के दबंग चंद्रप्रकाश उर्फ छोटू पटेल ने अपने साथियों के साथ पहुंचकर विवाद किया और मारपीट की। ग्राम सभा में अन्य लोग भी मौजूद थे जो कि बचाव करने आए तो उन्हें भी पीटा गया।