Udaipur. कांग्रेस में लंबे समय से चल रही राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग अब पूरी होने जा रही है। सूत्रों के अनुसार उदयपुर में चल रहे नवसंकल्प चिंतन शिविर (Congress Nav Sankalp Chintan Shivir) में 13 मई की रात को सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने एक बैठक बुलाई। इस बैठक में कांग्रेस नेताओं ने एक बार फिर राहुल को पार्टी की कमान सौंपने पर सहमति जाहिर की। बताया जा रहा है कि अब 15 मई को होने वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी (Congress Working Committee) की बैठक में राहुल गांधी को बतौर भावी अध्यक्ष महत्वपूर्ण घोषणा की जा सकती हैं। सूत्रों के अनुसार चिंतन शिविर में दो दिन से जारी ग्रुप डिस्कशन के बीच सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) तक अधिकांश नेताओं ने राहुल गांधी को फिर से अध्यक्ष बनाने की अपनी समहमति प्रदान कर दी है।
राहुल की ताजपोशी के साथ जन जागरण यात्रा
पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने बताया कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। अगस्त में चुनाव होना है। लेकिन शनिवार को हुई बैठक में चुनाव से पहले ही राहुल गांधी की ताजपोशी का फैसला लगभग लिया जा चुका है। इसके साथ ही 2024 में लोकसभा चुनाव को लेकर भी कई महत्वपूर्ण सुझाव सामने आए। इस बैठक में अगस्त में चुनाव के बाद राहुल गांधी की ताजपोशी और फिर एक महीने बाद अक्टूबर में जन जागरण यात्रा के जरिए राहुल गांधी के लिए माहौल बनाने की बात पर भी सहमति बनी। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने जब प्रियंका को अध्यक्ष बनाने की मांग की तो वहां मौजूद मल्लिकार्जुन खड़गे ने उन्हें टोकने की कोशिश की लेकिन उन्होंने खड़गे को ही उल्टा जवाब दे दिया। वहीं दीपेंद्र हूडा ने कहा कि प्रियंका को राष्ट्रीय स्तर पर लाना चाहिए न कि एक राज्य में सीमित करना चाहिए। रंजीत रंजन ने भी हामी भरी कि एक प्रदेश में उनको कैद करना सही नहीं।
चुनाव से पहले ही राहुल के नाम पर मुहर!
शुक्रवार को चिंतन शिविर के मीडिया सेंटर पर कांग्रेस नेताओं से पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर सवाल पूछा गया था। इसके जवाब में कांग्रेस प्रवक्ता ने सीधा जवाब देने के बजाय चुनाव प्रक्रियाधीन होने की बात कही थी। लेकिन शुक्रवार रात को चिंतन शिविर में सोनिया गांधी की ओर से इस सवाल का जवाब तलाशने के लिए अचानक बैठक बुलाई गई। दरअसल, एक दिन के मंथन के बीच जिन मुद्दों पर चर्चा हुई, उनमें हाल ही पांच राज्यों में पार्टी की विफलता भी बड़ा मुद्दा था। और आगामी विधानसभा चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर अभी से रणनीति पर काम करने को लेकर भी बात हुई। इस दौरान चुनाव से पहले ही राहुल गांधी के नाम पर मुहर लगाते हुए नेताओं ने जल्द से जल्द पार्टी को फिर से खड़ा करने के लिए जन जागरण यात्रा की वकालत की।
CWC की बैठक में होगा खुलासा
पिछले दो दिन से पार्टी आलाकमान चिंतन शिविर में सभी 6 समितियों की चर्चों में शामिल हो रही हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उन्हें अपनी रिपोर्ट दे रहे हैं। मंथन हो रहा है। रिपोर्ट पर बहस हो रही है। सोनिया गांधी इस सब के बीच लोगों से राय जान रही हैं। अब रविवार को इन्हीं चर्चाओं और समितियों की बैठकों के नतीजों पर सोनिया गांधी अपनी मुहर लगाने वाली हैं। पार्टी के रोडमैप के साथ राहुल गांधी के नेतृत्व में जन जागरण यात्रा पर भी। और अब सबकी निगाहें कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक पर टिकी हैं।