भोपाल. मध्यप्रदेश उपचुनाव (By Election) के आखिरी दौर का प्रचार चल रहा है। चुनाव में बीजेपी (BJP) की कैंपेन को लेकर बुधवार, 27 अक्टूबर को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने निशाना साधा है। उन्होंने बीजेपी की तुलना हिटलर (Hitlar) से करते हुए कहा 'चुनाव का अंतिम चरण आ गया। अब सभी भाजपाई कहेंगे हिंदू धर्म खतरे में है, उसे बचाने के लिए बीजेपी को वोट दें। यही हिटलर करता था और वही बीजेपी करती है तो जैसे हिटलर ने जर्मनी (Germany) को बर्बाद किया उसी तरह भाजपा भारत को बर्बाद कर रही है।' दिग्विजय सिंह के इस बयान पर प्रदेश सरकार में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने कहा कि हमें कमलनाथ (Kamalnath) और दिग्विजय सिंह के सर्टिफिकेट की जरुरत नहीं है।
दिग्विजय जितनी खतरे में कांग्रेस- मिश्रा
चुनाव का अंतिम चरण आ गया। अब सभी भाजपाई कहेंगे “हिंदू धर्म ख़तरे में है, उसे बचाने के लिए भाजपा को वोट दें।”
यही हिटलर करता था और वही भाजपा करती है। तो जैसे हिटलर ने जर्मनी को बर्बाद किया उसी तरह भाजपा भारत को बर्बाद कर रही है। #हम_सब_एक_हैं
— digvijaya singh (@digvijaya_28) October 27, 2021
गृहमंत्री ने दिग्विजय सिंह के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस (Congress) खतरे में है। हिंदू न खतरे में है, न था और न रहेगा। दिग्विजय सिंह जितनी खतरे में कांग्रेस है, उसकी चिंता करो। अपने घर को संभालो। अगली बरसात में यह दीवार भी ढह जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 17 वर्षों से बीजेपी सरकार के कामकाज पर जनता-जर्नादन अपनी मोहर लगाती आई है। हमको कमलनाथ जी और दिग्विजय सिंह के किसी सर्टिफिकेट की जरुरत नहीं है।
प्रदेश में 17 वर्षों से भाजपा सरकार के कामकाज पर जनता-जर्नादन अपनी मोहर लगाती आई है। हमको @OfficeOfKNath
जी या @digvijaya_28 जी के किसी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है।कमलनाथ जी पूरे चुनाव में अपने 15 महीने के कार्यकाल की एक उपलब्धि भी नहीं गिना पाए केवल भाजपा पर आरोप लगाते रहें। pic.twitter.com/Iv5rTaPLan
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) October 27, 2021
खाद को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि कृषि विभाग के अधिकारी प्रशासन पुलिस अधिकारी व मामू गेंग का हिस्सा कालाबाजारी करने वालों से तय होता है। मोदी जी ने DAP खाद समय पर क्यों नहीं खरीदी? कोई कमीशन का विषय तो नहीं था?
मामू गेंग ने सारे निर्णय क्यों बदल दिए? क्योंकि उन्हें कमाई का अवसर नहीं मिलता था।
मामू गेंग के निर्णय
-सहकारी समितियों को एडवांस भंडारण की सुविधा नहीं है।
-अधिकांश खाद निजी व्यापारियों को बेंचने को दी जाती है।
२/३#खाद_संकट #मामू_गेंग— digvijaya singh (@digvijaya_28) October 27, 2021