Bhopal.
नगरीय निकाय चुनाव में कोई तवज्जो नहीं मिलने से कांग्रेस का यूथ काफी गुस्से में है। हालत यह है कि प्रदेश कांग्रेस कार्यालय यानी पीसीसी में 19 जून शाम 4 बजे यूथ कांग्रेस प्रदर्शन करने वाला है। यूथ कांग्रेस के पदाधिकारियों का कहना है कि इक्का - दुक्का मामले को छोड़ दें तो नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस ने यूथ को टिकट ही नहीं दी। यूथ कांग्रेस का कार्यकर्ता सिर्फ डंडे खाने, जेल जाने और प्रदर्शन के लिए नहीं है। यूथ कांग्रेस के बगावती तेवर देखकर कांग्रेस में हलचल मच गई है। चुनाव में यूथ एक बहुत बड़ा वोट बैंक है। ऐसे में यदि पार्टी के यूथ कार्यकर्ता ही नाराज हो गए, तो चुनाव में कांग्रेस को इससे नुकसान भी हो सकता है।
यूथ कांग्रेस कोटे से सिर्फ सिद्धार्थ को टिकट
यूथ कांग्रेस कोटे से सिर्फ सतना में सिद्धार्थ कुशवाह को टिकट मिली। ये यूथ कांग्रेस में कार्यकारी अध्यक्ष हैं और विधायक भी। हालांकि यूथ कांग्रेस पदाधिकारी अब इन्हें यूथ कांग्रेस का नहीं मानते। पदाधिकारियों का कहना है कि सिद्धार्थ कुशवाह को टिकट विधायक होने और कमलनाथ के करीबी होने के नाते मिला है तो फिर इसमें यूथ कांग्रेस कोटा कहां से आ गया।
अपने को ठगा महसूस कर रहे कार्यकर्ता
यूथ कांग्रेस ने अपने जमीनी कार्यकर्ता को टिकट दिलवाने आवेदन बुलवाए। सारी जरूरी एंट्री और सर्वे भी कराया। यह सूची संगठन को भेजी गई, ताकि चुनाव में यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को टिकट मिल सके, पर कांग्रेस ने टिकट वितरण में इस सूची को कोई खास प्राथमिकता नहीं दी। जिन विधानसभा में कांग्रेस के विधायक है, वहां टिकट वितरण में कांग्रेस विधायकों की चली, पर ऐसी विधानसभा जहां कांग्रेस विधायक नहीं है वहां भी यूथ कांग्रेस को तव्वजों नहीं मिली। जिससे कार्यकर्ता अपने आपको अब ठगा महसूस कर रहे हैं।
कार्यकर्ताओं के फोन रिसीव नहीं कर रहे विक्रांत
यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लगातार टिकट दिए जाने के लिए पदाधिकारी आश्वस्त करते रहे, पर जब कार्यकर्ताओं को लगा कि अब उन्हें कांग्रेस से टिकट नहीं मिलना तो उनका गुस्सा फूट गया। यूथ कांग्रेस पदाधिकारियों के मुताबिक प्रदेशाध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने अब मोबाइल रिसीव भी करना बंद कर दिया है। जिसके बाद सारी स्थिति स्पष्ट हो गई है। कार्यकर्ताओं ने अब अपनी आवाज और विरोध जताने के लिए प्रदर्शन की राह पकड़ ली है।