नितिन जैन , KHNDWA
मध्यप्रदेश के वनमंत्री विजय शाह के बेटे ने अपने विरोधी को 11 करोड का मान हानि नोटिस थमाया है। दरअसल विजय शाह के बेटे ने मध्य प्रदेश पंचायत चुनाव में चुनाव लड़ा था और इसी चुनाव में उन्हें जीत भी हासिल हुई। शाह की और से मानहानि के नोटिस में अब दावा किया गया कि उनके विरोधी ने प्रचार प्रसार में उनकी और उनके पिता की छवि खराब की है।
आरोप है कि कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश दरबार ने उनके मंत्री पिता व खुद के बारे में लगातार अनर्गल प्रचार किया। इस कृत्य के जवाब में ही उन्होंने अपने पिता के सम्मान में 10 और खुद के सम्मान में 1 करोड़ रुपए जोड़कर 11 करोड का नोटिस अपने विरोधी प्रतिद्वंदी मुकेश दरबार को भेजा है।
क्या हे मानहानि के नोटिस में
हरसूद के अधिवक्ता अभिषेक पगारे ने कांग्रेस मुकेश दरबार को 24 जून को एक नोटिस जारी किया। नोटिस में लिखा गया , कि उनके पक्षकार दिव्यादित्य पिता विजय शाह जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक 14 से भाजपा का समर्थन प्राप्त कर चुनाव लड़ रहे हैं। दिव्यादित्य ने इस चुनाव में आदर्श आचार संहिता के अनुसार शालीनता पूर्वक प्रचार प्रसार किया गया। जब मेरे पक्षकार को जनता का भारी समर्थन मिल रहा था तभी मुकेश दरबार ने सोशल मीडिया व इलेक्ट्रॉनिक न्यूज़ चैनलों के जरिए मेरे पक्ष कार और उनके पिता मंत्री विजय शाह को लेकर तमाम झूठी जानकारियां और अफवाहें फैला दी।
दरबार ने बिना किसी सबूत के मेरे पक्षकार दिव्यादित्य और उनके पिता विजय शाह की छवि धूमिल की है। इस पूरे कृत्य में दरबार ने स्लोगन लूटो रे की तर्ज पर असंसदीय भाषा का उपयोग भी किया ,जिसके चलते मेरे पक्षकार दिव्य दित्य की 1 करोड रुपए तथा उनके पिता विजय शाह की 10 कऱोड़ की छवि को नुकसान पहुंचा है।
क्या बोले मुकेश दरबार
मानहानि का नोटिस मिलने के बाद मुकेश दरबार ने कहा है कि, मंत्री विजय शाह और उनके बेटे दिव्यदित्य सहित कई रसूखदार, कॉलोनाइजर मुझ पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं। दिव्यदित्य ने चुनाव ना लड़ने को लेकर मुझे ₹10 करोड का ऑफर दिया था ,जिसे मैंने ठुकरा दिया। इतना ही नहीं मुझे जान से मारने की धमकी भी दी गई मैं किसी नोटिस से डरने वाला नहीं हूं , और आगे मैं विधानसभा चुनाव की तैयारी भी करूँगा।