डिंडौरी जिला पंचायत चुनाव में क्रॉस वोटिंग के कारण भारतीय जनता पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस ने करीब 17 साल बाद जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी भाजपा से छीन ली। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति प्रकाश धुर्वे ने इस हार का कारण भाजपा जिला अध्यक्ष नरेंद्र सिंह राजपूत, नगर परिषद अध्यक्ष व भाजपा अजजा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री पंकज सिंह तेकाम सहित कुल 13 स्थानीय नेताओं को बताया है। दबंग आदिवासी नेत्री ज्योति ने इन्हें पार्टी से निष्कासित करने के लिए प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को शुक्रवार को पत्र लिखा है। इस पत्र में उनके समर्थन में कई भाजपाइयों हस्ताक्षर किए हैं।
पार्टी से निष्कासित नहीं किया तो 200 सदस्य देंगे सामूहिक इस्तीफा
ज्योति ने पत्र में भाजपा जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह राजपूत, नगर परिषद अध्यक्ष पंकज सिंह तेकाम, जिला महामंत्री अवधराज बिलैया, पार्षद आशीष वैश्य, पूर्व जिला महामंत्री लल्लू प्रसाद दुबे, जिला पंचायत सदस्य वीरेंद्र परस्ते, जिला पंचायत सदस्य डॉ. चैन सिंह भवेदी, जिला महामंत्री ज्ञान दीप त्रिपाठी, शहपुरा मंडल के पूर्व अध्यक्ष मनोहर सोनी, करंजिया मंडल अध्यक्ष राजकुमार मोंगरे, शाहपुर मंडल अध्यक्ष व पूर्व जनपद उपाध्यक्ष एडवोकेट सुशील राय, नवनिर्वाचित जनपद उपाध्यक्ष राम किशोरी ठाकुर और एससी मोर्चा जिला उपाध्यक्ष डॉ. जितेंद्र ब्यौहार को भाजपा की हार का कारण बताया और सभी को पार्टी से हटाने की मांग की।
पत्र के माध्यम से लगभग 200 भाजपा कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि अगर इन पदाधिकारियों के खिलाफ पार्टी कोई कार्रवाई नहीं करती तो सभी लोग सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगे।
वहीं, मामले में राष्ट्रीय मंत्री ओम प्रकाश धुर्वे का कहना है कि मुझे इस संबंध में जानकारी प्राप्त हुई है। कुछ भाजपा नेताओं को जिला पंचायत और जनपद पंचायत के चुनाव में हार का कारण बताया जा रहा है। इस पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से चर्चा कर निराकरण निकाला जा रहा है।