गढ़ाकोटा. यहां चल रहे रहस मेले में शामिल होने पहुंचे मंत्री गोपाल भार्गव भावुक हो गए। संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि - मैं रहूं या न रहूं, ये मेला चलते रहना चाहिए,आप लोग इस मेले को आगे बढ़ाते रहें। हम लोग तो ऐसे हैं कि राजनीति में कोई भरोसा नहीं रहता। जीवन का भी कोई भरोसा नहीं है, लेकिन धर्म, परंपरा के लिए जो लोग जीते हैं, वही लोग जिंदा रह पाते हैं। संबोधन के दौरान उनका गला भर आया।
सिंधिया का दिलासा, मरते दम तक देंगे साथ: रहस मेले में शामिल होने पहुंचे केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मंच पर मौजूद थे। मंच से सिंधिया ने कहा कि - अभी मंच से गोपाल जी ने कहा कि मैं रहूं या ना रहूं, ये मेला चलना चाहिए। विधि का विधान है, लेकिन मैं रहली की जनता से विश्वास लेना चाहता हूं कि जिस व्यक्ति ने अपना संपूर्ण जीवन आप को समर्पित किया, जिस व्यक्ति के जीवनकाल में हर क्षण में अगर आवाज उठी तो रहली के झंडे की आवाज उठी, सागर के झंडे की आवाज उठी, उस व्यक्ति का साथ आप और हम मिलकर अंतिम सांस तक देने के लिए तैयार रहेंगे। गोपाल जी, आपके साथ ज्योतिरादित्य खड़ा है।
राज्यपाल ने किया तीन दिवसीय रहस मेले का शुभारंभ: राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने 10 मार्च को रहस मेले का शुभारंभ किया था। तीन दिवसीय रहस मेला सागर जिले के गढ़ाकोटा में सालों से आयोजित हो रहा है। दूसरे दिन मेले में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुंचे। उन्होंने यहां रोड शो भी निकाला। जगह-जगह उनका स्वागत किया गया। आज मेले का तीसरा और आखिरी दिन है