अहमदाबाद. गुजरात (Gujarat) में 11 सितंबर को बड़ा उलटफेर हो गया। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी (Vijay Rupani) ने मुख्यमंत्री (CM) पद से इस्तीफा दे दिया। गुजरात में अगले साल (2022) विधानसभा चुनाव होने हैं। दिसंबर 2017 में हुए चुनाव में बीजेपी (BJP) को 99 सीटें मिली थीं। 2012 में पार्टी को 115 सीटें मिली थीं। नरेंद्र मोदी 2001 से 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे थे। रूपाणी बीते 3 महीने में इस्तीफा देने वाले बीजेपी के तीसरे मुख्यमंत्री हैं।
दायित्व बदलते रहते हैं
रूपाणी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पार्टी में समय के साथ दायित्व (Rssponsibility) बदलते रहते हैं। भाजपा में यह सहज प्रक्रिया है। मुझे 5 साल के लिए मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी मिली, जो मैंने पूरी की है। जेपी नड्डा जी (बीजेपी अध्यक्ष) का भी मार्गदर्शन मेरे लिए अभूतपूर्व रहा है। मुझे जो भी जिम्मेदारी मिलेगी, उसका निर्वहन करूंगा। हम पद नहीं, जिम्मेदारी कहते हैं। हम प्रदेश के चुनाव नरेंद्र मोदी जी की अगुवाई में लड़ते हैं और 2022 का चुनाव भी उन्हीं की अगुआई में लड़ा जाएगा।
दूसरी बार मुख्यमंत्री बने थे
रूपाणी ने 26 दिसंबर 2017 को दूसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। भाजपा ने गुजरात में 182 सीटों में से 99 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था। कांग्रेस ने 77 सीटें जीती थीं। रूपाणी को विधायक दल का नेता और नितिन पटेल को उपनेता चुना गया था।
नए मुख्यमंत्री की दौड़ में 4 नाम
रूपाणी के इस्तीफे के बाद अगले मुख्यमंत्री के कयास भी शुरू हो गए हैं। इनमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय मत्स्य और पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला, गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल और गुजरात भाजपा के अध्यक्ष सीआर पाटिल के नाम आगे चल रहे हैं।
बीजेपी के मुख्यमंत्रियों के इस्तीफे का दौर जारी
इससे पहले 3 जुलाई को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इस्तीफा दे दिया था। उनकी जगह पुष्कर सिंह धामी सीएम बनाए गए। 26 जुलाई को बीएस येदियुरप्पा ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इससे पहले येदि ने मोदी से मुलाकात की थी। बाद में बासवराज बोम्मई कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनाए गए।