SHIVPURI. भले ही प्रीतम लोधी और बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने अब एक-दूसरे के खिलाफ बोलने से तौबा कर ली हो लेकिन कथावाचकों को लेकर लोधी के बयान और शास्त्री के उनके खिलाफ कहे शब्दों के असर में कमी नही आई है। शिवपुरी में लोधी समाज ने ब्राह्मणों का बहिष्कार कर दिया है। लोधी समाज के लोग जगह-जगह पंचायत करके अपने अनुष्ठानों में ब्राह्मणों को ना बुलाने का संकल्प ले रहे हैं।
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फैसले को नहीं मानने वाले पर लगेगा 5 हजार का जुर्माना
शिवपुरी के पिछोर तहसील के हिम्मतपुर गांव में लोधी समाज के लोगों ने बैठक आयोजित कर सर्वसम्मति से फैसला लिया कि जब तक ये मामला पूरी तरह से शांत नहीं हो जाता है तब तक वो पंडितों से किसी भी तरह का कोई धार्मिक अनुष्ठान या पूजा पाठ नहीं कराएंगे। इतना ही नहीं शादी-ब्याह में पंडितों की जरूरत होती है, तभी शादी समारोह संपन्न होते हैं लेकिन अब उनका भी बहिष्कार करेंगे। यदि कोई इस फैसले को नहीं मानेगा तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा।
समाज में विद्वेष की भावना फैलाई जा रही है-धैर्यवर्धन शर्मा
ब्राह्मण समाज के धैर्यवर्धन शर्मा का कहना है हास्यास्पद विषय है। ब्राह्मण किसी को भी निमंत्रण देने नहीं जाता कि वो अपने घर में पूजा-पाठ आयोजित कराए लेकिन जो भी लोग पूजा-पाठ आयोजित कराते हैं वे विद्वान पंडित को बुलाकर ही पूजा-पाठ कराते हैं। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण मुट्ठीभर हैं और इससे उनकी रोजी-रोटी चलती है। कुछ लोग भ्रम फैलाकर समाज में विद्वेष की भावना फैला रहे हैं जो कुछ ही दिन तक चलेंगे उसके बाद खत्म हो जाएंगे।
प्रीतम लोधी और धीरेंद्र शास्त्री का विवाद
17 अगस्त को बदरवास के खरैह गांव में प्रीतम लोधी ने कहा था कि पंडित 7-8 घंटे आपको पागल बनाएगा। हम पागल भी बनते हैं, वो कहेगा जितना दान दोगे, ऊपर वाला आपको भी देगा। घर की महिलाएं घी, शक्कर, दालें पंडितों को दे आएंगी और अपने बच्चे को नहीं खिलाएंगी। इसके बयान के बाद बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने नाराजगी जताते हुए कहा था कि अगर कथावाचक, ब्राह्मण और व्यास नहीं होते तो कोई अपने पिता को नहीं पहचान पाता। कोई राम और कृष्ण को नहीं जान पाता। ऐसे लोग पाखंड फैला रहे हैं, वो मुझे मिल गया तो मैं उसे मसल दूंगा। विवादित बयान देने के बाद प्रीतम लोधी को बीजेपी ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।