SIDHI. प्रदेश के दूसरे निकायों के साथ ही 20 जुलाई को नगर पालिका सीधी, नगर पंचायत चुरहट, रामपुर नैकिन, मझौली में सम्पन्न हुए पार्षदों के चुनाव परिणाम घोषित हो जायेंगे l चुनाव परिणाम घोषित होने में कुछ ही दिन बचे हैं, ऐसे में भाजपा प्रत्याशियों से ज्यादा स्थानीय विधायकों की धड़कन बढ़ने लगी है l अपने पसंद का प्रत्याशी तय करने के चलते उन्हें जिताने की जिम्मेवारी तय होने से चुनाव में एड़ी -चोटी का जोर लगा रखा था। कड़ी मेहनत के बाद भी परिणाम सम्मानजनक नहीं आये तो बड़ी किरकिरी होगी, यह सोचकर परेशान हैं l
चुरहट विधायक के जिम्मे दो नगर परिषद
चुरहट विधायक शरदेन्दु तिवारी को उनके क्षेत्र की नगर परिषद चुरहट और रामपुर नैकिन का जिम्मा दिया गया था l प्रत्याशी चयन से लेकर चुनाव जिताने की उन्ही की ही जिम्मेवारी थी l चुनाव प्रचार में यद्यपि सांसद श्रीमती रीती पाठक और संगठन के लोग भी जी जान से जुटे रहे पर जिस तरह से विधायक ने जोर लगा रखा था उतना जोर लगाते दूसरे नहीं दिखे हैं l विधायक के वायरल आडियो से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कैसे अपने प्रत्याशी को जीत दिलाने किस हद तक जा सकते हैं l फिलहाल चुरहट, रामपुर नैकिन में एक तरफ कांग्रेस जीत का दावा कर रही तो दूसरी तरफ भाजपा दावा ठोंक रही है l भाजपा का कहना है कि कांग्रेस ने चुनाव जीतने फेंक आडियो का सहारा लिया था पर जनता ने उस पर ध्यान नहीं दिया है l अंततः दोनों परिषदों में भाजपा की ही जीत होगी l खैर भाजपा जीती तो ठीक वरना विधायक तो बैकफुट पर आ ही जायेंगे l
सीधी नगर पालिका में विधायक का बजेगा डंका या कांग्रेस मारेगी बाजी
सीधी नगर पालिका चुनाव में विधायक केदारनाथ शुक्ला के पसंद के उम्मीदवार तो तय किये गए थे पर क्या अधिकांश जीत पाएंगे यह सवाल अहम बना हुआ है l कारण यह की कांग्रेस ने भाजपा के मुकाबले मजबूत प्रत्याशियों का चयन किया था जिन्होंने चुनाव में न की कड़ी टक्कर दी है बल्कि भाजपा की जीत को मुश्किल में डाल दिया है l बता दें की चुनाव जीतने प्रत्याशियों के साथ ही विधायक और उनके पुत्र ने एड़ी -चोटी का जोर लगा रखा था l गली गली घूमकर जनता से वोट तो मांगे ही साथ ही विकास और सुरक्षा का वादा भी किया l मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह की सभा में पूर्व में हुई भूल के लिए क्षमा भी मांगी l अब जनता कितना भरोसा जताती है यह तो परिणाम ही बताएँगे पर अभी तो कांग्रेस का ही पलड़ा भारी दिख रहा है l भाजपा के पार्षद दहाई की संख्या में भी जीतकर नगर पालिका पहुँच जाएं मुश्किल ही दिख रहा है l
प्रत्याशियों के भरोसे रहा नगर परिषद मझौली का चुनाव
नगर परिषद मझौली का चुनाव प्रत्याशियों के भरोसे रहा है, यहां प्रचार करने सांसद भी गयी थी विधायक कुंवर सिंह टेकाम भी जाते रहे पर असल जोर प्रत्याशियों को ही लगानी पड़ी है l यहां कांग्रेस भी उतना जोर लगाते नहीं दिखी है जितना पूर्व के चुनावों में लगाती थी l इस बार दोनों दलों के उम्मीदवारों ने खुद के बूते ही चुनाव लड़ा है ऐसे में परिणाम मिला जुला आ सकता है l भाजपा के भी ज्यादा पार्षद जीत कर आ सकते हैं और कांग्रेस के भी या फिर दोनों बराबरी पर रहें कहा नहीं जा सकता l
विधानसभा चुनाव के संकेत मिलेंगे
नगर पालिका व नगर परिषद के चुनाव परिणाम डेढ़ वर्ष बाद होने जा रहे विधान सभा चुनाव के संकेत भी देंगे l जनता का झुकाव अभी भी भाजपा की ओर है या फिर कांग्रेस की ओर बढ़ा है परिणाम से जाना जा सकेगा l निकाय चुनाव सबसे ज्यादा सीधी और चुरहट विधानसभा को प्रभावित करते दिख रहे हैं l नगर पालिका सीधी जिला मुख्यालय में होने के कारण पूरे विधानसभा को प्रभावित करती है, चुनाव परिणाम भाजपा के पक्ष में रहे तो ठीक वरना शीर्ष नेताओं तक को झकझोरने वाले संकेत होंगे l चुरहट विधानसभा में दो नगर परिषद का चुनाव हुआ है, दोनों अलग - अलग छोर में हैं यानि दोनों परिषद के परिणाम पूरे विधान सभा क्षेत्र की नब्ज टटोलने के लिए पर्याप्त हैंl चुरहट फतह के बाद जिस शरदेन्दु को भाजपा ने प्रदेश महामंत्री का पद देकर नवाजा वे कितने पानी में हैं यहीं से अंदाजा लग जायेगा l निकाय चुनाव परिणाम पार्षद प्रत्याशियों के ही नहीं स्थानीय विधायकों के भाग्य की इबारत लिखने वाले होंगे... l