टीकमगढ़. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Former Chief Minister Uma Bharti) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने केन-बेतवा लिंक परियोजना (Ken-Betwa Link Project) पर अपनी ही पार्टी की उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और मध्य प्रदेश सरकारों को घेरा। उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) और एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) से जवाब मांगा कि आखिर क्या अड़चनें आ रही हैं, वे उन्हें सार्वजनिक करें। भारती ने कहा कि जब वे केंद्रीय मंत्री थीं तो केन-बेतवा लिंक परियोजना को लेकर दोनों राज्य के बीच कई बैठकें कराई थीं।
जीवन भर राजनीति करूंगी
मध्य प्रदेश को यह डर था कि उनके साथ बाणसागर और राजघाट की तरह धोखा नहीं हो जाए तो मंत्रालय के अधिकारियों को भी भेजकर उनकी चर्चा कराई थी। उस समय तक काफी परेशानियां खत्म हो गई थीं लेकिन अब दो साल हो गया है। अभी तक परियोजना शुरू नहीं होने पर उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि इसमें अब यूपी-एमपी के सीएम को जवाब देना चाहिए। योगी आदित्यनाथ व शिवराज सिंह चौहान को जो भी अड़चनें आ रही हैं, उन्हें सार्वजनिक करना चाहिए। उन्होंने टीकमगढ़ (Tikamgarh) में अपने निवास पर मीडिया से बात करते हुए कहा है कि वह जीवन की आखिरी घड़ी तक राजनीति करेंगी। उन्होंने आगे कहा कि मैंने अपनी उम्र की कोई सीमा तय नही की है। 75 साल भी नही, 85 साल तक भी जीऊंगी तो भी राजनीति करूगी। बस मैंने ये 5 साल गंगा के लिए निकाल ले हैं। अभी मैं गंगा के किनारे से आई हूं।
काशी-मथुरा पर मेरी भागेदारी पार्टी तय करेगी
वहीं मथुरा काशी पर पूछे गये सवाल के जवाब में उमा भारती ने कहा कि मथुरा काशी में मेरी सहभागिता तो पार्टी के फोरम पर तय होगी। लेकिन आस्था पार्टी के फोरम पर तय नहीं होती है, मेरी निजी आस्था है कि मथुरा और काशी का निदान होना चाहिए। हालांकि इसके लिए अभियान होगा या नहीं यह तो पार्टी के फोरम पर तय होगा, या तो विश्व हिन्दू परिषद के हमारे जो अन्य संगठन हैं। उनके फोरम पर तय होगा। इस काम में मुझे जितनी भी भागीदारी कहेंगे मैं उतनी करूंगी। लेकिन आस्था की दृष्टि से इतना जरूर कहूंगी कि मथुरा और काशी का निदान अब होना चाहिए।''
कांग्रेस का हाल सिक्किम जैसा होने वाला है
वहीं जब उनसे कांग्रेस को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ''मध्यप्रदेश में तो सिक्किम जैसे होने वाला है, जहां पवन कुमार चामलिंग की पार्टी के सभी लोग चुनाव जीते थे, विरोधी दल का कोई भी चुनाव नहीं जीता था, पूरे राज्य में निर्विरोध जैसे चुनाव हो गये थे। मध्य प्रदेश भी अब धीरे-धीरे उसी ओर जा रहा है। जहां कांग्रेस और अन्य दल मिलकर भी 5-7 सीटों पर सिमट जाएगी, यही स्थिति पूरे देश में होने वाली है। लंबे समय तक आजादी के बाद लगभग 25 साल तक कांग्रेस जैसे निविर्वाद बनी रही वैसे ही अब लंबे समय तक बीजेपी रहने वाली है।''
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