BHOPAL. मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय को शनिवार (6 अगस्त) की दोपहर अचानक पुलिस ने घेर लिया। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने पार्टी के मीडिया अध्यक्ष केके मिश्रा और उपाध्यक्ष संगीता शर्मा को नजरबंद कर दिया। दरअसल कांग्रेस की प्रदेश मीडिया उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने संघ प्रमुख मोहन भागवत को शहर में एक आयोजन में तिरंगा भेंट करने का ऐलान किया था। वे संघ प्रमुख को तिरंगा भेंट करने जा रही थीं लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें नजरबंद कर लिया। कांग्रेस ने इसे प्रदेश सरकार के इशारे पर की गई कार्रवाई करार दिया है। जब कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता संघ प्रमुख के कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़ने लगे तो पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक दिया।
#मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय में पहुंची पुलिस, कांग्रेसी प्रवक्ता #संगीता_शर्मा ने आज #RSS प्रमुख #मोहन_भागवत को #राष्ट्रध्वज तिरंगा भेंट करने का किया ऐलान।@OfficeOfKNath @KKMishraINC @jitupatwari @INCMP @INCIndia @RSSorg @DrMohanBhagwat @SangeetaCongres #BreakingNews pic.twitter.com/4Ab7aYH156
— TheSootr (@TheSootr) August 6, 2022
पुलिस ने कहा 'हमें आपकी गिरफ्तारी का आदेश मिला है'
जब केके मिश्रा और संगीता शर्मा ने पुलिस के अधिकारियों से उनकी उपस्थिति का कारण पूछा तो पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आप राष्ट्रध्वज भेंट करने जा रहे हैं और हमें आपकी गिरफ्तारी का आदेश मिला है। दोनों नेताओं ने कहा कि हम तिरंगे के सम्मान के लिए तुरंत गिरफ्तार होने के लिए तैयार हैं, लेकिन किसी भी कीमत पर झूठे राष्ट्रवादियों को सच्चे राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाने से पीछे नहीं हटेंगे।
'क्या आपको तिरंगे से नफरत है'
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने ट्वीट करके संघ प्रमुख भागवत पर तंज कसा है। उन्होंने लिखा कि मोहन भागवत जी वास्तव में आपको तिरंगे से नफरत है, यदि मोहब्बत होती तो पुलिस को आगे नहीं करते। केके मिश्रा ने इस घटना की आलोचना की है।
तिरंगा बेचने वाली विचारधारा के रिमोट कंट्रोलर @DrMohanBhagwat जी,वास्तव में आपको तिरंगे से नफरत है,यदि मोहब्बत होती तो पुलिस को आगे नहीं करते! "राष्ट्रीय ध्वज" ग्रहण करने में भी भयभीत!यही संघ का साहस है! @digvijaya_28 @OfficeOfKNath pic.twitter.com/QmmVfTrMB3
— KK Mishra (@KKMishraINC) August 6, 2022
कांग्रेस के नेताओं को पुलिस ने रोका
इसके बाद कांग्रेस मीडिया विभाग ने घोषणा की कि कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता दोपहर 3 बजे कांग्रेस मुख्यालय से संघ प्रमुख मोहन भागवत के कार्यक्रम स्थल पीपुल्स मॉल जाकर राष्ट्रध्वज भेंट करेंगे। पीसीसी से पीपुल्स मॉल की ओर जाने वाले सभी रास्तों पर बैरिकेड लगाए गए थे। कांग्रेस कार्यकर्ता हाथ में तिरंगा झंडा लेकर पीपुल्स मॉल की ओर बढ़े लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ेंगे। करीब 1 घंटे तक कांग्रेस कार्यकर्ता और पुलिस के बीच बातचीत चली। जब पुलिस अधिकारियों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ये आश्वासन दिया कि वे राष्ट्रध्वज ले जाकर संघ प्रमुख को सौंप देंगे तब कांग्रेस ने पुलिस को राष्ट्रध्वज सौंपा। लेकिन पुलिसकर्मियों ने पुस्तक नहीं ली।
प्रदेश कांग्रेस मीडिया उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने साधा निशाना
घटनाक्रम के बाद प्रदेश कांग्रेस की मीडिया उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने कहा कि मुझे बहुत तकलीफ है कि आज आजाद भारत में राष्ट्रध्वज तिरंगा किसी को भेंट करना भी अपराध हो गया है। मैंने ये तो नहीं सुना था कि आजादी के समय आरएसएस और बीजेपी के पुरखे अंग्रेजों की मुखबिरी का काम किया करते थे लेकिन मुझे इस बात पर यकीन नहीं होता था, लेकिन आज उन्होंने जिस तरह से राष्ट्रध्वज ले जाने से मना किया उससे समझ में आ गया है कि निश्चित तौर पर इनका इतिहास गद्दारी वाला ही रहा होगा।
भोपाल में हैं संघ प्रमुख मोहन भागवत
संघ प्रमुख मोहन भागवत इन दिनों भोपाल प्रवास पर हैं। शनिवार शाम को उन्हें RSS के विश्व संघ शिक्षा वर्ग के समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होना था। प्रदेश कांग्रेस की मीडिया उपाध्यक्ष संगीता शर्मा उन्हें इसी आयोजन में तिरंगा भेंट करने के लिए पीसीसी से निकलने वाली थीं। शहर में ये आयोजन 18 जुलाई से चल रहा है। इस अंतर्राष्ट्रीय आयोजन में 15 देशों के 60 स्वयंसेवकों ने प्रशिक्षण लिया है। शिक्षा वर्ग में कनाडा, सिंगापुर, अमेरिका जैसे देशों से भी स्वयंसेवक आए हैं। आयोजन के दौरान स्वयंसेवकों को शारीरिक, बौद्धिक और कई तरह की कुशलताओं का प्रशिक्षण दिया गया।