Jabalpur. नगर निगम चुनाव में टिकट वितरण को लेकर बीजेपी में असंतोष अधिक है। इसे संगठन ने भांप लिया है इसलिए डेमेज कंट्रोल की तैयारी शुरू कर दी है। वहीं कांग्रेस में उफनते असंतोष को अधिकतर कंट्रोल कर लिया गया है।
विरोध के स्वर...
भाजपा में पार्षदों के लिए टिकट वितरण को लेकर टकराव बढ़ता जा रहा है। संगठन इसे कार्यकर्ताओं का उत्साह बताकर मामले को शांत करना चाह रहा है। मंगलवार को सुभाष चन्द्र बोस वार्ड के निवासी और कार्यकर्ताओं ने वार्ड से बाहरी व्यक्ति को टिकट दिए जाने का विरोध किया।उन्होंने सांसद राकेश सिंह के घर पर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा में टिकट के दावेदारों का साफ कहना है कि बरसों से टिकट मिलने का इंतजार करते हैं लेकिन जब मौका आता है तो उन्हें टिकट न देकर बाहर के व्यक्ति को टिकट दे दिया जाता है। भाजपा ने टिकट के दावेदारों का असंतोष खत्म करने के लिए विभिन्न स्तर पर चर्चा करना शुरू कर दिया हर। जिनकी टिकट तय हो गई है उनको नामांकन की प्रक्रिया पूरी करने कह दिया है।
कांग्रेस में असंतोष कम...
पूर्व मुख्य मंत्री कमल नाथ ने पहले एक पत्र जारी किया था जिसमें यह कहा गया था कि जो जिस वार्ड का है वहीं से चुनाव लड़ेगा।इससे पत्र से असंतोष की लहर फैल गई थी। दावेदारों का कहना था कि यदि उस वार्ड में कोई सशक्त दावेदार नहीं है तो बाहर के प्रत्याशी को मौका मिलना चाहिए। इस बात को लेकर असंतोष रहा।लेकिन कमल नाथ ने संशोधित पत्र जारी कर दिया।इसमें कांग्रेस में दावेदारों की मंशा के अनुरूप ही बात लिखी थी। इससे नेताओं को भी राहत मिली। शहर कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष दिनेश यादव का कहना है की कुछ ऐसे भी वार्ड हैं जहां जीतने वाले कैंडिडेट नहीं हैं।इस स्थिति में यह नियम अच्छा है।
बाहरी प्रत्याशी से बेहतर परिणाम नहीं...
पिछले नगर निगम चुनाव में कांग्रेस के 8 और भाजपा के 3 बाहरी प्रत्याशियों को मौका दिया गया था। इसमें कांग्रेस के 4 और भाजपा के 2 प्रत्याशियों ने जीत दर्ज कराई। इससे साफ होता है कि बाहरी वार्ड से प्रत्याशी बनाने पर अच्छे परिणाम मिलना मुश्किल हो सकता है। लेकिन दबाव की राजनीति में कुछ वार्ड में ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं।