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RAIPUR. राजधानी में चल रही संघ की बैठक की बड़ी जानकारी मिली है। इसके बारे में आरएसएस के सह सरकार्यवाह डॉ. मनमोहन वैद्य ने विस्तार से जानकारी दी। आज मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि अखिल भारतीय समन्वय बैठक- 2022 की बैठक में भारत को जोड़ने पर चर्चा हुई है।
इन मुद्दों पर हुआ बात
भारत में स्व का मतलब है सभी समाज को जोड़ना। देश में विविधता के बाद भी एकता है। एक नए भारत का अनुभव हुआ। नई भारतीय मानक बनने चाहिए। कृषि शिक्षा में नया परिवर्तन करना होगा। राजधानी रायपुर के श्री जैनम मानस भवन रायपुर में चल रही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक- 2022 के समापन के अवसर पर वैद्य ने प्रेसवार्ता में यह बात कही।
डॉ. वैद्य ने बताया कि तीन दिन तक चलने वाली बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से प्रेरित समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत विविध संगठनों के प्रमुख प्रतिनिधि शामिल हुए। संघ में अनेक गतिविधियां चलती हैं जैसे गौसेवा, ग्राम विकास, पर्यावरण, कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता के विषय पर, इन विषयों को आगे बढ़ाने पर भी चर्चा हुई। इसके अलावा शिक्षा एवं वैचारिक क्षेत्र, आर्थिक जगत सेवा कार्य तथा विभिन्न सामाजिक एवं राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई।
36 संगठनों ने रखे अपने-अपने प्रस्ताव
जीवन के विविध विविध क्षेत्रों में काम कर रहे संगठनों ने बैठक में अपने-अपने प्रस्ताव रखे है। प्रमुख रूप से स्वदेशी जागरण मंच, सक्षम संस्थान, आरोग्य भारती, पर्यावरण गतिविधि, राष्ट्र सेविका समिति, अखिल भारतीय ग्राम विकास, बजरंग दल, लघु उद्योग भारती, भारतीय विचार केंद्र, विश्व संवाद केंद्र, विवेकानंद केंद्र, हिंदू जागरण मंच,सहकार भारती, सेवा भारती, भारतीय किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ, अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम, विश्व हिंदू परिषद, अखिल भारतीय जनसंघ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, विद्या भारती, भारतीय शिक्षण मंडल, सरस्वती शिशु मंदिर, अखिल भारती राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ समेत 36संगठन शामिल हुए।
ये हुए बैठक में शामिल
तीन दिन तक चलने वाली इस बैठक में संघ के सरसंघचालक डा. मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, संघ के सभी सह सरकार्यवाह डा. कृष्णगोपाल, डा. मनमोहन वैद्य, अरुण कुमार, मुकुंदा और रामदत्त चक्रधर, अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य भय्याजी जोशी, सुरेश सोनी, वी भाग्गया, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, महामंत्री संगठन बी.एल. संतोष, अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक सुनील आंबेकर, अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेन्द्र कुमार, भारतीय मजदूर संघ के अध्यक्ष हिरण्मय पंड्या, संगठन मंत्री बी सुरेन्द्रन, भारतीय किसान संघ के संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी, अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के अध्यक्ष रामचंद्र खराड़ी, संस्कृत भारती के संगठन मंत्री दिनेश कामत,आरोग्य भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री डा. अशोक वार्ष्णेय, विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे, विद्या भारती के संगठन महामंत्री गोविन्द महंती, सह संगठन मंत्री श्रीराम अरावकर,अखिल भारतीय ग्राम विकास प्रमुख डा. दिनेश, पर्यावरण गतिविधि के अखिल भारतीय प्रमुख गोपाल आर्य, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री आशीष चौहान, महामंत्री निधि त्रिपाठी, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार, राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका शांतक्का, कार्यवाहिका अन्नदानम सीताक्का, सेवा भारती की महामंत्री रेणु पाठक सहित 240 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए।