कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने रविवार को कहा कि अतीत में 'झूठे जुमले' झेल चुके लोग कृषि कानूनों को निरस्त करने के प्रधानमंत्री (Prime Minister Narendra Modi) के बयान पर विश्वास करने को तैयार नहीं हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से तीन कृषि कानूनों (Farmers Law) को वापस लेने की घोषणा के बाद भी किसान संघों की ओर से दिल्ली की सीमाओं पर अपना आंदोलन जारी रखने की बात कहने के बाद राहुल गांधी की यह टिप्पणी आई है। गांधी ने ट्वीट में कहा, "झूठे जुमले झेल चुके लोग प्रधानमंत्री की बातों पर विश्वास करने को तैयार नहीं हैं. किसान सत्याग्रह जारी है।"
संसद तक होगा किसानों का मार्च
तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान पिछले करीब एक साल से दिल्ली की सीमाओं पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान संघों ने कहा है कि जब तक संसद में तीनों कृषि कानूनों को निरस्त नहीं किया जाता और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की वैधानिक गारंटी पर कानून नहीं लाया जाता, तब तक वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे। आंदोलन जारी रखने को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने आज कहा कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम जारी रहेंगे। हम कल लखनऊ में किसान पंचायत, 26 नवंबर को सभी सीमाओं पर सभा और 29 नवंबर को संसद (Parliament) तक मार्च निकालेंगे।
वहीं, उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री को खुला पत्र लिखेंगे, जिसमें लंबित मांगों का जिक्र करेंगे। इसमें एमएसपी समिति, उसके अधिकार, उसकी समय-सीमा, उसके कर्तव्य, इलेक्ट्रिसिटी बिल 2022, केस वापस लिए जाने की मांगें शामिल होंगी। इसके अलावा लखीमपुर खीरी मामले को लेकर मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने के लिए उन्हें पत्र लिखेंगे।