जयपुर. राजस्थान (Rajasthan) में अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) की कैबिनेट (cabinet) से तीन मंत्रियों ने इस्तीफे (resignation) की पेशकश की है। राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी अजय माकन (Ajay Maken) के अनुसार गुजरात के प्रभारी रघु शर्मा (Raghu Sharma), पंजाब के प्रभारी हरीश चौधरी (Harish Chaudhary)और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने पार्टी आलाकमान से मंत्री पद से त्यागपत्र की पेशकश की है। तीनों संगठन के लिए कार्य करना चाहते हैं।
अजय माकन ने दी जानकारी
इस बीच कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी शुक्रवार को जयपुर पहुंचे हैं। माकन ने एयरपोर्ट पर कहा, ‘मुझे आपको यह जानकारी देते हुए खुशी हो रही है कि राजस्थान मंत्रिमंडल के हमारे तीन होनहार मंत्रियों ने आज सोनिया गांधी को पत्र लिखा है कि मंत्री पद छोड़ने की पेशकश की है। साथ ही पार्टी के लिए काम करने की इच्छा जताई है।’ उन्होंने कहा कि चौधरी, डोटासरा व शर्मा ने इस बारे में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा है। माकन ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी इनका सम्मान करती है। हमें खुशी है कि ऐसे होनहार लोग हैं जो पार्टी के लिए काम करना चाहते हैं।’
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इससे पहले गुरुवार को कहा था कि राजस्थान में कांग्रेस में कोई गुटबाजी या झगड़ा नहीं है बल्कि विपक्ष भाजपा वाले इस तरह की अफवाहें फैला रहे हैं। गहलोत द्वारा कभी बागी गुट का माने जाने वाले विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने कांग्रेस एवं समर्थक 115 विधायकों से एक-एक कर बात की थी और सभी ने उनसे कहा,‘काम के मामले में हमारी कोई शिकायत नहीं। जितने काम हमने कहे, हमारे सब काम हुए। कोई गुटबाजी नहीं राजस्थान में। आप खुद देखेंगे कि गुटबाजी की अफवाहें विपक्ष वाले फैला रहे हैं। गुटबाजी वहां पर हैं कि उनकी जमानतें जब्त हो रही हैं कोई तीसरे कोई चौथे स्थान पर रह रहा है।’
दोहरी जिम्मेदारी निभा रहे थे, मंत्री
मालूम हो किगोविंद सिंह डोटासरा शिक्षा मंत्री के साथ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं। इसी तरह स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा गुजरात कांग्रेस के प्रभारी हैं। तो वहीं हरीश चौधरी पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हैं। अब तीनों की मंत्री पद से छुट्टी तय मानी जा रही थी। खुद गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा था कि संगठन में अधिक काम है। संगठन उनकी प्राथमिकता है।
राजस्थान में मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर एक सप्ताह पहले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। इस दौरान सीएम गहलोत ने सिर्फ विस्तार चाहते थे। किसी मंत्री की छुट्टी नहीं, लेकिन सीएम गहलोत के मिलने के दूसरे दिन सोनिया गांधी से सचिन पायलट भी मिले। सचिन पायलट मंत्रिमंडल में फेरबदल और सत्ता और संगठन में दो पद वाले मंत्रियों की छुट्टी की मांग की थी।
जल्द मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है
सूत्रों के मुताबिक, गहलोत कैबिनेट का विस्तार 21 या 22 नवंबर को हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक 12 नए मंत्री शपथ ले सकते हैं। सचिन पायलट गुट के पांच विधयाक मंत्री बनाए जा सकते हैं। कुछ मंत्रियों के विभाग भी बदले जा सकते हैं। पायलट गुट की ओर से हेमाराम चौधरी, दीपेंद्र सिंह शेखावत, रमेश मीणा, बृजेंद्र ओला और मुरारी लाल मीणा के नाम मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं।