नई दिल्ली. पांच राज्यों के चुनाव में सबसे बुरा हाल कांग्रेस का हुआ है। कांग्रेस ने अंदर की लड़ाई में पंजाब की सत्ता गंवा दी। यूपी में प्रियंका गांधी का लड़की हूं, लड़ सकती हूं कैंपेन असरदार साबित हुआ। यहां कांग्रेस की खराब स्थिति की अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है। सालों से गढ़ रही रायबरेली सीट भी कांग्रेस गंवाती दिख रही है। यहां से कांग्रेस की अदिति सिंह तीसरे नंबर पर चल रही है। यूपी में कांग्रेस को रूझानों में 3 सीट मिलती दिख रही है। इन नतीजों से साफ हो गया है कि कांग्रेस यूपी से करीब-करीब साफ हो चुकी है।
अंसतोष को भुना नहीं पाई कांग्रेस: यूपी में प्रियंका गांधी ने किसान आंदोलन के दौरान योगी आदित्यनाथ और केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ बड़ा मोर्चा खोला था। खुद वो राहुल गांधी के साथ लखीमपुर खीरी में किसानों से मिलने पहुंचीं थीं। करीब दो दिन तक हिरासत में भी बिताए थे। हालांकि इस सत्ता विरोधी असंतोष को कांग्रेस भुना नहीं पाई। इसी का नतीजा रहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार सिंह लल्लू भी पीछे चल रहे हैं। अमेठी और रायबरेली का गढ़ भी कांग्रेस ने गंवा दिया। इसके पीछे दूसरी वजह राहुल की कैंपेन से दूरी भी है। पूरी इलेक्शन कैंपेन के दौरान राहुल गांधी कही नजर नहीं आए। चुनावी कैंपेन प्रियंका गांधी ने संभाला। कांग्रेस महिलाओं के सहारे मैदान में थी। लेकिन चुनाव के नतीजे बताते हैं कि महिलाओं का वोट बीजेपी की तरफ शिफ्ट हुआ है।
अमेठी विधानसभा से सपा की महाराजी प्रजापति आगे चल रही हैं। यहां की गौरीजगंज सीट से पांचवे राउंड की मतगणना के बाद सपा के राकेश प्रताप सिंह 26808 वोटों के साथ आगे हो गए हैं। जबकि भाजपा के चंद्र प्रकाश मटियारी 25626 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर आ गए हैं। वहीं, रायबरेली की केवल सलोन सीट से कांग्रेस आगे चल रही है। बाकी सभी सीटों पर कांग्रेस तीसरे और चौथे स्थान पर है।
पंजाब गंवाने की वजह: पंजाब में आम आदमी पार्टी सुनामी की तरह आई। इसकी जिम्मेदार भी खुद कांग्रेस है। पंजाब में कैप्टन अमरिंदर के सीएम रहते बदलाव की लहर इतनी प्रबल नहीं थी। लेकिन उन्हें सत्ता से हटाने के बाद यह लहर आंधी में तब्दील होती दिखाई दी। क्योंकि कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और सीएम चरणजीत सिंह चन्नी में सीएम की कुर्सी के लिए लड़ाई जनता को साफ-साफ दिख रही थी। इसके अलावा पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ को सीएम न बनाने के मुद्दे ने भी खूब तूल पकड़ा, क्योंकि सुनील जाखड़ ने कहा था कि मैं हिंदू हूं इसलिए सीएम नहीं बनपाउंगा। इस मसले ने भी कांग्रेस के हिंदू वोट बैंक को दूर किया।