ग्वालियर. केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पहली बार ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ग्वालियर-चंबल दौरे पर है। 22 सितंबर को कार्यकर्ताओं ने यहां सिंधिया का ग्रैंड वेलकम किया। दिल्ली से सड़क मार्ग के जरिए सिंधिया पहले मुरैना (Morena) पहुंचे। यहां सिंधिया के साथ मुरैना से सांसद और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra singh Tomar), प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट भी मौजूद रहे। मुरैना से ग्वालियर (Gwalior) तक की सड़कों को कार्यकर्ताओं ने सिंधिया की होर्डिंग से पाट दिया। इस दौरान सिंधिया को विरोध का सामना भी करना पड़ा। सिंधिया को शिंदे की छावनी में कुछ युवक ने सरकारी गाड़ी पर चढ़कर काले झंडे दिखाए। पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है। उन्होंने बताया कि ओबीसी महासभा और किसान संघर्ष समिति की ओर से काले झंडे दिखाए गए हैं।
मंत्रियों ने की सिंधिया पर पुष्पवर्षा
रायरू चौराहे पर रथ ऊत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, पूर्व मंत्री इमरती देवी ने यहां पर सिंधिया का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। इसके बाद यह सभी सिंधिया के स्वागत रथ पर सवार हो गए। यहां से काफिला अब श्रतुराज चौराहे की तरफ रवाना हो गया है। सिंधिया का करीब 20 किलोमीटर के रोड शो का कार्यक्रम है। इस दौरान उनका 200 से ज्यादा स्थान पर स्वागत होना है।
सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंध
केन्द्रीय मंत्री के रथयात्रा को देखते हुए करीब 750 पुलिस जवान व अफसर तैनात किए गए हैं। साथ ही 200 जवान व अफसर सिर्फ ट्रैफिक संभाल रहे हैं। लेकिन इसके बाद भी पुलिस ट्रैफिक डायवर्ट में पूरी तरह फेल साबित हुई है। इस दौरान केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सिंधिया ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस (Congress) का काम है, आरोप लगाना और हमारा काम है जनता का काम करना।
सिंधिया को दिखाए काले झंडे
सिंधिया को अपने रोड शो के दौरान ओबीसी महासभा और किसान संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। जब सिंधिया नदी गेट से गुजर रहे थे तो ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाए। साथ ही सिंधिया के खिलाफ नारेबाजी भी की। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री को शिंदे की छावनी में भी काले झंडे दिखाए गए।